वाशिंगटन। अमेरिका में सीएनएन पर प्रसारित एक डॉक्युमेंट्री में कथित रूप से हिन्दुत्व की नकारात्मक छवि पेश करने के विरोध में बड़ी तादाद में भारतीय अमेरिकी नागरिकों ने शिकागो स्थित चैनल के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। सीएनएन के शिकागो स्थित कार्यालय के बाहर चैनल के खिलाफ हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन में शामिल हुए स्थानीय भारतीय-अमेरिकी भारत बराई ने कहा, ‘‘सीएनएन की ओर प्रसारित डॉक्युमेंट्री में हिंदुत्व को नकारात्मक तरीके से चित्रित किया गया है। अब यह मामला हिन्दुत्व का है।’’
हल्की बारिश के बावजूद सैकड़ों की संख्या में भारतीय-अमेरिकी प्रदर्शन में हिस्सा लेने पहुंचे थे। बराई ने आरोप लगाया कि सीएनएन के लिए हिंदुत्व पर बनी इस डॉक्युमेंट्री का निर्माण स्पेशल रिपोर्टर रेजा असलान ने किया था। इसमें अघोरी प्रथा दिखायी गयी थी। इस मौके पर वितरित एक प्रदर्शन पत्र के अनुसार, ‘‘सीएनएन पर प्रसारित इस डॉक्युमेंट्री के जरिये दुनियाभर को हिंदुत्व की जो तस्वीर पेश की गयी वह उनकी (रेजा की) अपनी गढ़ी तस्वीर है।’’
बराई ने कहा, ‘‘पांच व्यक्तियों की जो विकृत प्रथा दिखायी गयी है उसका हिंदुत्व से कोई वास्ता नहीं है। वे किसी हिंदू ग्रंथ या हिंदू शिक्षाओं का हिस्सा नहीं हैं।’’ पांच मार्च को प्रदर्शित डॉक्युमेंट्री के बाद हिंदू अमेरिकी समूहों ने न्यूयार्क, वाशिंगटन, ह्यूस्टन, अटलांटा, सान फ्रांसिस्को और लॉस एंजिलिस समेत समूचे देश में सीएनएन के खिलाफ कई प्रदर्शन किये। यह अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन था। सान फ्रांसिस्को यूनीवर्सिटी में मीडिया अध्ययन के प्रोफेसर वामसी जुलुरी ने इस कार्यक्रम को ‘‘विवेकहीन, नस्ली और खतरनाक प्रवासी-विरोधी’’ बताया है। असलान ने फेसबुक पर पोस्ट किए गए अपने बयान में कहा है, उनकी डॉक्युमेंटरी हिन्दुत्व के बारे में नहीं है। यह अघोरियों के बारे में है। हिन्दुओं का यह पंथ अपने चरमपंथी रिवाजों के लिए जाना जाता है।