By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 26, 2022
नयी दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान बाइचुंग भूटिया ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने के बाद कहा यदि देश के फुटबॉल ढांचे में जमीनी स्तर पर सुधार किया जाता है तो भविष्य में भारत की सीनियर और आयु वर्ग की टीमें योग्यता के आधार पर विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर सकती हैं। अपने जमाने के दिग्गज फुटबॉलर भूटिया ने एआईएफएफ के दो सितंबर को होने वाले चुनावों के लिए गुरुवार को अध्यक्ष पद का नामांकन भरा। आंध्र फुटबॉल संघ ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा जबकि राजस्थान फुटबाल संघ ने उसका अनुमोदन किया।
भूटिया ने कहा,‘‘ भारतीय टीम में चाहे वह आयु वर्ग में हो या सीनियर टीम आगामी वर्षों में योग्यता के आधार पर विश्वकप के लिए क्वालीफाई कर सकती हैं, लेकिन इसके लिए सुधार करने और देश की फुटबॉल प्रणाली को साफ सुथरा बनाने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा,‘‘ हमें जमीनी स्तर पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा हमें राज्य संघों पर अधिक ध्यान देना होगा क्योंकि प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी राज्यों से ही आते हैं। इसलिए राज्यों को दिए जाने वाले बजट में बढ़ोतरी की जाएगी।’’ भारत की पुरुष टीम ने 2017 में फीफा अंडर-17 विश्व कप में भाग लिया था क्योंकि वह तब मेजबान था। महिला टीम भी अक्टूबर में फीफा अंडर-17 विश्व कप में भाग लेगी क्योंकि उम्मीद है कि एआईएफएफ से प्रतिबंध हट जाएगा और भारत इस प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा।
भारत की तरफ से 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने के बाद 2011 में सन्यास लेने वाले 45 वर्षीय भूटिया ने कहा कि यदि वह अध्यक्ष बनते हैं तो राज्य संघों को अधिक पैसा देने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा,‘‘ हमें दो चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है। एक जमीनी स्तर पर फुटबॉल का विकास करना और दूसरा राज्य संघों को अधिक बजट देना। जमीनी स्तर पर विकास का कोई विकल्प नहीं है और यह सभी जानते हैं। मैं इस दिशा में अधिक गतिविधियां चाहता हूं।’’ भूटिया ने इसके साथ ही कहा कि हर तरह की गतिविधियों का केंद्र खिलाड़ी होंगे और उन्हें अधिक सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने कहा,‘‘ मैं खिलाड़ी केंद्रित व्यवस्था पर काम करूंगा और खिलाड़ियों को अधिक सुविधाएं दूंगा। खिलाड़ियों की यात्रा और ठहरने पर अधिक खर्च किया जाएगा।’’ भूटिया ने कहा,‘‘ उदाहरण के लिए अगर अरुणाचल प्रदेश के खिलाड़ियों को केरल में राष्ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्सा लेना है तो वे तीन दिन तक रेल यात्रा करने के बाद वहां पहुंचते हैं। लेकिन मेरा प्रयास रहेगा उन्हें हवाई मार्ग से वहां भेजा जाए।