Modi की चेतावनी से भड़के Pakistan ने हमला करने के लिए भेज दी अपनी Border Action Team, Indian Army ने दिया तगड़ा जवाब

By नीरज कुमार दुबे | Jul 27, 2024

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारगिल विजय दिवस पर दिये गये भाषण से पाकिस्तान भड़क गया है। हम आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा था कि दुश्मन के नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जायेगा। जवाब में पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणियों को ‘बयानबाजी’ करार देते हुए खारिज कर दिया और कहा कि इससे कश्मीरी लोगों को दबाने के भारत के प्रयासों से अंतरराष्ट्रीय ध्यान नहीं हटा सकता। यही नहीं, मोदी के भाषण से पाकिस्तान कितना भड़का हुआ है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी सख्त चेतावनी के ठीक अगले ही दिन पाकिस्तान की ‘बॉर्डर एक्शन टीम’ (बीएटी) ने भारतीय क्षेत्र में हमले का प्रयास किया। हालांकि भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के कमकारी सेक्टर में इस हमले को नाकाम कर दिया। हालांकि, इस दौरान छिड़ी मुठभेड़ में सेना का एक जवान शहीद हो गया और एक कैप्टन सहित चार अन्य सैन्यकर्मी घायल हो गए। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी घुसपैठिया भी मारा गया।


नहीं सुधरेगा पाकिस्तान


हम आपको बता दें कि ‘बैट’ में आम तौर पर पाकिस्तानी सेना के विशेष बल के जवान और आतंकवादी शामिल होते हैं। बताया जा रहा है कि घंटों चली भीषण गोलीबारी के बीच दो घुसपैठिये पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भाग गए। रिपोर्टों के मुताबिक तीन घुसपैठियों के समूह ने उत्तर कश्मीर जिले के त्रेहगाम सेक्टर में कुमकडी चौकी के पास अग्रिम चौकी पर ग्रेनेड फेंका और गोलीबारी की। भारतीय सैनिकों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में पांच जवान घायल हो गए, जिनमें से एक ने बाद में दम तोड़ दिया। एक कैप्टन समेत चार घायल सैन्यकर्मियों को बेस अस्पताल ले जाया गया है। घायल सैनिकों में से एक की हालत ‘‘गंभीर’’ है।

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बीएसएफ की तैनाती बढ़ेगी


इस बीच, खबर है कि मोदी सरकार ने ओडिशा से 2,000 से अधिक कर्मियों वाली सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की दो बटालियन को भारत-पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद प्रभावित जम्मू क्षेत्र में तैनात करने का आदेश दिया है, ताकि वहां सुरक्षा बढ़ाई जा सके। बताया जा रहा है कि जम्मू क्षेत्र में हाल में हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर दोनों इकाइयों को नक्सल विरोधी अभियान ग्रिड से तत्काल जम्मू स्थानांतरित करने का फैसला लिया गया। सुरक्षा प्रतिष्ठान के अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ की इन दोनों इकाइयों को जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पहले से अग्रिम पंक्ति पर तैनात इसकी इकाइयों के पीछे रक्षा की ‘‘दूसरी पंक्ति’’ के रूप में तैनात किया जाएगा, ताकि सीमा पार से आतंकवादियों की घुसपैठ और अंदरूनी इलाकों में इन तत्वों द्वारा किए जाने वाले हमलों को रोका जा सके। इन दोनों इकाइयों के जवानों को सांबा और जम्मू-पंजाब सीमा के पास तैनात किया जाएगा।


हम आपको बता दें कि बीएसएफ भारत के पश्चिमी भाग में जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से लगी 2,289 किलोमीटर से अधिक लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की रक्षा करता है। जम्मू क्षेत्र में इस सीमा का 485 किलोमीटर हिस्सा है, जो घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों से घिरा हुआ है। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र के पास करीब एक दर्जन बीएसएफ बटालियन तैनात हैं। राजौरी, पुंछ, रियासी, उधमपुर, कठुआ और डोडा जिलों में इस वर्ष हुए आतंकवादी हमलों के बाद जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इन हमलों में 11 सुरक्षाकर्मियों और एक ग्राम रक्षा गार्ड सदस्य सहित 22 लोग मारे गए हैं। पिछले महीने कठुआ और डोडा जिलों में दो मुठभेड़ में पांच आतंकवादी मारे गए थे।


जम्मू-कश्मीर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अगले कुछ महीनों और वर्षों में ‘‘दूसरी पंक्ति’’ की सुरक्षा तैनाती के लिए बुनियादी ढांचे का निर्माण करना होगा और तब तक दो नयी इकाइयां जम्मू अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात रहेंगी।'' 

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