By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 27, 2019
इस्लामाबाद। पाकिस्तानी सेना ने आरोप लगाया है कि भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत बार-बार ‘‘गैर-जिम्मेदाराना’’ बयान देकर ‘‘युद्ध के लिये उकसा’’ रहे हैं और क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल रहे हैं। इससे पहले, जनरल रावत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओेके) को ‘‘आतंकवादियों के नियंत्रण’’ वाला क्षेत्र करार दिया था।
फील्ड मार्शल के एम करिअप्पा स्मृति व्याख्यान में अपनी समापन टिप्पणियों में जनरल रावत ने शुक्रवार को यह भी कहा था कि गिलगित-बाल्तिस्तान तथा पीओके पाकिस्तान के अवैध कब्जे में रहे हैं। रावत की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान के सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने एक बयान में आरोप लगाया कि भारतीय सेना प्रमुख चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के नए प्रस्तावित पद के लिए अपनी उम्मीदवारी को मजबूत बनाने के लिए बार-बार गैर जिम्मेदाराना बयान दे रहे हैं। गफूर ने दावा किया कि वह राजनीतिक आकाओं के चुनाव अभियान के लिए गैर-जिम्मेदाराना बयानों के जरिए बार-बार युद्ध के लिये उकसा रहे हैं और क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल रहे हैं।
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गफूर ने कहा कि वह पेशेवर सैन्य लोकाचार की कीमत पर भारतीय सीडीएस बनने की उम्मीद कर रहे हैं। गफूर के बयान पर भारतीय सेना की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है लेकिन एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि भारतीय सेना झूठे और अपमानजनक आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं देती है।इस बीच शनिवार को एक अन्य ट्वीट कर गफूर ने दावा किया कि पाकिस्तानी सेना ने इस साल 27 फरवरी से अबतक नियंत्रण रेखा पर झड़पों में भारतीय सेना के 60 जवानों को मार गिराया है और कई अन्य को घायल किया है। गफूर के मुताबिक पाकिस्तान ने भारत के बंकरों को नष्ट कर दिया और तोपखाने को नुकसान पहुंचाया है जिसकी वजह से उनका स्थान बदलना पड़ा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमान भी मार गिराए एवं भारतीय नौसेना भी दबाव में है।