By अभिनय आकाश | Jan 19, 2022
भारत ने आतंकवाद के मुद्दे को लेकर एक बार फिर वैश्विक मंच पर पाकिस्तान की क्लास लगाई है और वहीं दुनिया के देशों के दोहरे मानदंडों को लेकर भी सवाल उठाया। भारत ने 1993 के सीरियल ब्लास्ट के लिए जिम्मेदार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को पाकिस्तान में मिले संरक्षण का मसला भी उठाया। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा कि 1993 के मुंबई बम विस्फोटों के लिए जिम्मेदार सिंडिकेट को न केवल पडो़सी मुल्क में संरक्षण दिया गया बल्कि उन्हें फाइव स्टार सुविधा भी मुहैया कराई गई। दाऊद इब्राहिम का नाम लिए बिना भारत ने यूएन में कहा कि ये लोग पाकिस्तान में ही छिपे हैं।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने ग्लोबल काउंटर टेररिज्म काउंसिल द्वारा आयोजित इंटरनेशनल काउंटर टेररिज्म कॉन्फ्रेंस 2022 में कहा कि आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध के बीच संबंधों को पूरी तरह से पहचाना जाना चाहिए और सख्ती से निपटने की जरूरत है। हमने देखा है कि कैसे 1993 के मुंबई बम धमाकों के लिए जिम्मेदार क्राइम सिंडिकेट को न केवल सुरक्षा दी है बल्कि 5 स्टार सुविधा भी मुहैया कराई गई। तिरुमूर्ति ने ‘डी-कंपनी' और उसके प्रमुख इब्राहिम को परोक्ष रूप से निशाना बनाकर यह बयान दिया, जिसके बारे में माना जाता है कि वह पाकिस्तान में छिपा हुआ है।
बता दें कि अगस्त 2020 में पाकिस्तान ने पहली बार इस बात को स्वीकार किया दाऊद इब्राहिम उनके देश में है, जिसके बाद सरकार ने 88 आतंकी संगठनों और उनके नेताओं पर पाबंदी लगाई थी, जिसमे अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भी नाम शामिल है।दाऊद ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद से 12 मार्च 1993 में मुंबई में 13 धमाकों को अंजाम दिया था, जिसमे 257 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 750 से अधिक लोग घायल हो गए थे।