By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 15, 2022
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि कश्मीर का अनसुलझा विवाद चिंता का विषय है और दोनों देशों को अच्छे पड़ोसी की तरह वार्ता की मेज पर इस मामले का समाधान करना चाहिए। खान ने समाचार चैनल सीएनएन को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘अगर यह मुद्दा जारी रहता है तो हमेशा दोनों परमाणु शक्तियों के बीच संघर्ष होने की आशंका कायम रहेगी। तो आपके सवाल पर मेरा जवाब है, हां यह मुझे चिंतित करती है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और हमारा एकमात्र मुद्दा कश्मीर है और हमें अच्छे पड़ोसी की तरह वार्ता की मेज पर इसका समाधान करना चाहिए।’’
उल्लेखनीय है कि भारत ने पाकिस्तान को स्पष्ट कर दिया है कि उसकी इच्छा इस्लामाबाद के साथ आतंकवाद विद्वेष और हिंसा से मुक्त माहौल में सामान्य पड़ोसी की तरह संबंध स्थापित करने की है। भारत ने कहा कि यह पाकिस्तान की जिम्मेदारी है कि वह आतंकवाद और विद्वेष मुक्त माहौल बनाए। भारत बार-बार स्पष्ट कर चुका है कि जम्मू-कश्मीर ‘‘देश का अभिन्न हिस्सा था और हमेशा रहेगा।’’ सीएनएन को दिए साक्षत्कार के दौरान पूछा गया कि क्या सीमा पर गलत आकलन से स्थिति नियंत्रण से बाहर जा सकती है? खान ने सहमति जताई कि कश्मीर में 2019 के पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद उत्पन्न सैन्य गतिरोध बढ़ सकता था।
उन्होंने कहा, ‘‘यह आसानी से बढ़ सकता था।’’ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए उन्होंने तब के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का सबसे शक्तिशाली देश के प्रमुख होने के नाते आह्वान किया था कि ‘‘यह बहुत अहम है कि हम इस कश्मीर मुद्दे का समाधान करें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही मेरी सरकार सत्ता में आई, पहला काम मैंने किया कि भारत से संपर्क किया और मैंने कहा कि देखिए आप एक कदम हमारी ओर बढ़ेंगे तो हम दो कदम आपकी ओर बढ़ाएंगे।’’
खान ने दावा किया, ‘‘मैंने इसके लिए सभी कोशिश की।’’ उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य नहीं होने के लिए विचारधारा को दोषी ठहराया। अफगानिस्तान के मुद्दे पर खान ने कहा कि अमेरिका को ‘आज नहीं तो कल’’ तालिबान सरकार को मान्यता देना होगा।