By अनुराग गुप्ता | May 23, 2022
टोक्यो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क इवेंट में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक समावेशी लचीला 'इंडो पैसिफिक इकोनॉमिक मॉडल' के निर्माण के लिए आप सभी के साथ काम करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत एक समावेशी लचीला 'इंडो पैसिफिक इकोनॉमिक मॉडल' के निर्माण के लिए आप सभी के साथ काम करेगा। उन्होंने कहा कि रेजिंस्टेंस सप्लाई चेन के तीन मुख्य आधार होने चाहिए। हमारे बीच भरोसा, पारदर्शिता, समयबद्धता होनी चाहिए। यह इंडो पैसिफिक क्षेत्र में विकास, शांति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करेगा।
उन्होंने कहा कि इंडो पैसिफिक क्षेत्र में मैन्युफैक्चरिंग, आर्थिक गतिविधि, वैश्विक व्यापार और निवेश का केंद्र। इतिहास इस बात का गवाह है कि इंडो पैसिफिक क्षेत्र के ट्रेड प्रवाहों में भारत सदियों से एक प्रमुख केंद्र रहा है। यह उल्लेखनीय है कि विश्व का सबसे प्राचीन भारत में मेरे होम स्टेट गुजरात के लोथल में था। इसलिए यह आवश्यक है कि हम क्षेत्र की शांति के लिए साझा समाधान खोजें, रचनात्मक व्यवस्थाएं बनाएं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि एक इंडो-पैसिफिक का विजन जो स्वतंत्र और खुला और सुरक्षित होने के साथ-साथ लचीला भी हो, जहां आर्थिक विकास टिकाऊ और समावेशी हो। हम 21वीं सदी की अर्थव्यवस्था के लिए नए नियम लिख रहे हैं, हम अपने देश की सभी अर्थव्यवस्थाओं का तेजी से और निष्पक्ष विकास करने जा रहे हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कई उद्योगपतियों से मुलाकात की। जिसमें सॉफ्टबैंक के प्रमुख मासायोशी सोन, यूनीक्लो के सीईओ तदाशी यानाई, सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन के सलाहकार ओसामु सुजुकी, एनईसी कॉरपोरेशन के प्रमुख नोबुहिरो एंडो समेत इत्यादि शामिल हैं।