By अभिनय आकाश | Apr 25, 2025
पहलगाम में आतंकी हमले की जिम्मादीर टीआरएफ को भारी पड़ रही है। टीआरएफ के एक एक आतंकी पर भारतीय सेना की नजर है। लेकिन फिलहाल सबसे बड़ा आतंकी आदिल हुसैन भारतीय सेना की रडार पर आ चुका है। वही आदिल हुसैन जो जम्मू कश्मीर का स्थानीय आतंकी था। वही आदिल हुसैन जिसने पाकिस्तानी आतंकियों की मदद की और इस ऑपरेशन में बराबर हिस्सेदारी निभाई। वही आदिल हुसैन जिस पर भारतीय सेना ने 20 लाख का ईनाम ठोक रखा है। इसी आदिल हुसैन के घर को अब भारतीय सेना ने आईईडी ब्लास्ट से उड़ा दिया है। अनंतनाग के घोरी इलाके में स्थित आदिल का घर सुरक्षाबलों के निशाने पर आ गया। आदिल के घर को सुरक्षाबलों ने बम से उड़ा दिया। आदिल हुसैन को एक ऐसा जख्म भारतीय सेना ने दिया है जिसके बाद वो फड़फड़ाएगा और अपने बिल से बाहर आएगा। इसी का इंतजार भारतीय सेना को है।
आदिल को पकड़कर मारगिराने के लिए भारतीय सेना इस समय जम्मू कश्मीर के चप्पे चप्पे को खंगाल रही है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हमले की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में मदद करने का उस पर आरोप था। वहीं दूसरी तरफ इस हमले में शामिल दूसरे आतंकी आसिफ शेख के त्राल स्थित घर को जम्मू कश्मीर प्रशासन ने बुलडोजर से गिरा दिया गया। सैन्य सूत्रों ने बताया की स्टील टीप वाली गोलियां, एकके 47 रायफल और बॉाडी कैमरा पहले लश्कर ए तैयबा के चार आतंकियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हिंदुओं को निशाना बनाया। उन पर गोलियों की बौछार की थी। इस हमले में 28 निर्दोष लोग मारे गए थे। वो निर्दोष लोग जो जम्मू कश्मीर में इस भरोसे के साथ गए थे, ये सोचकर कि वो वहां स्थानीय लोगों के बीच महफूज रहेंगे। लेकिन वहीं ऐसे दो गद्दार स्थानीय निकले जिन्होंने आतंकवादियों का साथ दिया।
पहलगाम के बैसरन में हुआ यह हमला - जिसे मिनी स्विटजरलैंड कहा जाता है - में 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई। बैसरन घास के मैदान में हुआ हमला - एक पर्यटक आकर्षण का केंद्र जो हिमालय और घाटी के विशिष्ट देवदार के जंगलों के अद्भुत दृश्यों के लिए जाना जाता है। हाल के वर्षों में इस क्षेत्र में नागरिकों पर हुए सबसे घातक हमलों में से एक था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत पहलगाम हमले के पीछे मौजूद हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें दंडित करेगा। उन्होंने मधुबनी में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित किया। जहां अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज, बिहार की धरती से, मैं पूरी दुनिया से कहता हूं कि भारत हर आतंकवादी और उनके समर्थकों की पहचान करेगा, उनका पता लगाएगा और उन्हें दंडित करेगा। हम उन्हें धरती के छोर तक खदेड़ेंगे। आतंकी हमले के बाद अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में उन्होंने कहा कि आतंकवाद से भारत की आत्मा कभी नहीं टूटेगी। आतंकवाद को दंडित किए बिना नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि हमले के पीछे के आतंकवादियों और उनके योजनाकारों को "उनकी कल्पना से परे सजा दी जाएगी।