By अभिनय आकाश | Jun 14, 2023
45000 मीट्रिक टन तेल की पहली खेप कराची बंदरगाह पर पहुंच चुकी है और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की खुशी का ठिकाना नहीं है। पाकिस्तानी पीएम ने देश की जनता से कहा है कि भविष्य में रूस तेल की आपूर्ति करेगा और पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आएगी। हालांकि, तेल आपूर्ति के बीच एक नया विवाद खड़ा हो गया है। मालवाहक जहाजों पर नजर रखने वाले विशेषज्ञ फिनेले रिचर्डसन ने दावा किया है कि रूस पाकिस्तान को एक लाख मीट्रिक टन तेल की आपूर्ति करने को तैयार है और 11 जून को कराची बंदरगाह पर 45,000 मीट्रिक टन कच्चा तेल पहुंचा। साल की शुरुआत में इस्लामाबाद और मास्को के बीच हुए समझौते के तहत रियायती रूसी कच्चे तेल की पहली खेप रविवार को कराची पहुंची।
रिचर्डसन के मुताबिक रूस से तेल लेकर यह जहाज पाकिस्तान पहुंचने से पहले भारत के गुजरात पहुंचा और वहां तेल रिफाइन किया गया। इसके बाद जहाज पाकिस्तान के लिए रवाना हो गया। इस विशेषज्ञ के अनुसार, पाकिस्तान को गुजरात के रास्ते तेल की एक और खेप प्राप्त करनी है। पाकिस्तान के लिए तेल गुजरात में रिफाइन किया जा रहा है। जिस जहाज में तेल पहुंचना है, वह एक भारतीय कंपनी का है।
इससे पहले, पाकिस्तानी पत्रकार वकास ने दावा किया था कि रूस और पाकिस्तान के बीच हुए सौदे से भारत 17 डॉलर प्रति बैरल की कमाई कर रहा है। कार्गो भारत में गुजरात के वादिनार रिफाइनरी पहुंचा था जहां इसे रिफाइन किया गया। इस रिफाइनरी को नायरा एनर्जी लिमिटेड चलाती है। पाकिस्तान जिसने भारत के साथ व्यापार बंद करने की धमकी दी वो, चुपचाप भारत में रिफाइन किए तेल स्वीकार करने को तैयार है। जिससे पाकिस्तान में सरकार की नीति पर सवाल उठ रहे हैं।