वेस्ट वैंकुवर। भारत ने चिली को रोमांचक फाइनल मुकाबले में शूटआउट में हराकर महिला हॉकी विश्व लीग के दूसरे दौर में जीत दर्ज की और विश्व लीग सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई किया। दोनों टीम नियमित समय में 1-1 की बराबरी पर रही जिससे मैच शूटआउट में चला गया। शूटआउट में भारतीय गोलकीपर सविता ने शानदार खेल दिखाकर अपनी टीम को विजेता बनाने में मदद की। सविता को टूर्नामेंट की सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर चुना गया। उसने गोल के पीछे अद्भुत प्रदर्शन किया और किम जैकब और जोसेफा विलालाबेतिया को गोल नहीं करने दिये। कप्तान रानी और मोनिका ने गोल कर भारत को शूटआउट में 2-0 से बढ़त दिला दी। चिली की कैरोलिना गार्सिया ने तीसरे प्रयास में गोल किया लेकिन दीपिका ने गोल कर भारत को जीत दिलायी। पांचवें मिनट में मारिया माल्दोनाडो ने चिली के लिये गोल किया, शुरू में ही पिछड़ने के बावजूद भारतीय महिला टीम ने उम्मीद नहीं छोड़ी। भारतीय खिलाड़ियों ने बेहतरीन डिफेंस से चिली को फिर दोबारा गोल नहीं करने दिया।
हालांकि भारत ने 22वें मिनट में अपना पहला पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन चिली की गोलकीपर क्लाडिया शुलर ने इसका शानदार बचाव किया। चिली ने तीसरे क्वार्टर तक बढ़त जारी रखी लेकिन फिर अनूपा बार्ला ने 41वें मिनट में पेनल्टी कार्नर को गोल में तब्दील कर अपनी टीम को बराबरी पर ला दिया। चौथे क्वार्टर में दोनों टीमों ने भरसक प्रयत्न किये और भारतीय स्ट्राइकर रानी मैच के अंतिम मिनट में मैदानी गोल करने के करीब पहुंच गयी लेकिन उनके मजबूत शाट का क्लाडिया ने शानदार बचाव किया। भारतीय कप्तान रानी ने फाइनल जीतने के बाद कहा, ‘‘यह बहुत अच्छा मैच था और हम जिस तरह से खेले, उससे बहुत खुश हैं। चिली की टीम बहुत मजबूत थी और उसे हराना मुश्किल था। चिली के शुरू में बढ़त लेने के बाद हमें गोल करने के लिये खुद को प्रेरित रखना पड़ा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिये चुनौतीपूर्ण टूर्नामेंट था जिसमें मौसम काफी मुश्किल था क्योंकि कुछ दिन पहले बारिश हुई थी। लेकिन इस दौर को जीतकर हम काफी रोमांचित हैं क्योंकि हम विश्व लीग सेमीफाइनल में पहुंच गये हैं।''