सिडनी में भारत ऑस्ट्रेलिया के बीच पांचवां और आखिरी टेस्ट मैच खेला जा रहा है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत दोनों टीमों के बीच चार मैच खेले जा चुके हैं। जिसमें मेजबान कंगारू टीम ने सीरीज में 2-1 की बढ़त बनाई है। वहीं सिडनी टेस्ट से भारत का WTC Final की उम्मीदें दांव पर लगी हैं। वहीं सिडनी टेस्ट के पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद टीम इंडिया के विकेट कीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने कहा कि, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट के पहले दिन संयम के साथ बल्लेबाजी की क्योंकि, सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की पिच ऐसी नहीं है कि अपना स्वभाविक आक्रामक खेल खेलें। मेलबर्न में पिछले टेस्ट के दौरान लापरवाही भरे शॉट खेलकर आउट होने के कारण आलोचना झेलने वाले पंत ने शुक्रवार को सिडनी में 98 गेंद पर 40 रन बनाए। भारतीय टीम 185 रन बनाकर ऑल आउट हो गई।
सिडनी टेस्ट के पहले दिन समाप्त होने के बाद ऋषभ पंत ने कहा कि, इस पारी में मैं उस मानसिक स्थिति में नहीं था जहां मुझे लगे कि मैं विकेट की प्रकृति को देखते हुए चार्ज कर सकूं। कभी-कभी आपको रक्षात्मक क्रिकेट खेलना होता है क्योंकि कई बार ऐसे मौके आए जब मैं 50-50 चांस ले सकता था। लेकिन नहीं लिया। बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने ये भी कहा कि वह बल्लेबाज के रूप में सीख रहे हैं और डिफेंस और अग्रेसन के बीच सही संतुलन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
ऋषभ पंत ने आगे कहा कि, आप उस तरह से बल्लेबाजी करना चाहते हैं जो आपको स्वाभाविक रूप से आता है, लेकिन लगातार सीखते और डिफेंस और अग्रेसन के बीच संतुलन बनाए रखने की कोशिश करते हैं। पंत ने स्वीकार किया कि जब कोई बल्लेबाज अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर रहा होता है तो वह चीजों को जटिल बना देता है। साथ ही उन्होंने कहा कि, जब आप अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं तो आप जरूरत से ज्यादा सोचते हैं।