By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 15, 2023
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए राज्य की 82 पिछड़ी मुस्लिम जातियों को आरक्षण देने की वकालत की है। उन्होंने शनिवार को यहां कहा कि वह इस बारे में एक रिपोर्ट देने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलेंगे। ओवैसी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में मुस्लिम्स इन राजस्थान रिपोर्ट के हवाले से कहा कि केवल दो प्रतिशत मुसलमानों की उच्च शिक्षा तक पहुंच है, उनके पास कम जमीन है और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के बाद मुसलमानों की जीवन प्रत्याशा सबसे कम है।
उन्होंने कहा,‘‘अगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मुझे समय दें तो मैं मुसलमानों की आर्थिक और शिक्षा की स्थिति के बारे में रिपोर्ट उन्हें दूंगा। इसके अनुसार, केवल दो प्रतिशत मुसलमानों की उच्च शिक्षा तक पहुंच है, उनके पास कम जमीन है और जीवन प्रत्याशा कम है और वे कुपोषण का शिकार हैं। इस स्थिति के आधार पर 82 पिछड़ी मुस्लिम जातियों को आरक्षण मिलना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अल्पसंख्यकों के लिए बजट को 90 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 280 करोड़ रुपये करना मुसलमानों के समग्र विकास के लिए बहुत कम है।
उन्होंने आरोप लगाया कि रिपोर्ट संकेत दे रही है कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दोनों ने अल्पसंख्यकों के लिए कुछ नहीं किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के बेटे असद के मुठभेड़ में मारे जाने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा कि वह मुठभेड़ के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि इससे कानून व्यवस्था कमजोर होती है। उन्होंने कहा कि अपराधियों को मुठभेड़ (एनकाउंटर)में मार गिराए जाने के बजाय उन्हें कानून के मुताबिक सजा दी जानी चाहिए।