By अंकित सिंह | Sep 22, 2021
उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनाव प्रस्तावित हैं। सभी दल अपनी-अपनी चुनावी रणनीति को जमीन पर उतारने की कोशिश में लग गए हैं। इन सबके बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम भी उत्तर प्रदेश में अपनी किस्मत आजमाने वाली है। ओवैसी ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि उनकी पार्टी राज्य में 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके लिये पार्टी प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी खासे सक्रिय हैं और प्रदेश में जगह-जगह जनसभाएं कर रहे हैं। वह जबरदस्त तरीके से मुसलमानों को गोलबंद करने की कोशिश कर रहे हैं। वह लगातार यह दावा कर रहे हैं कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री मुसलमान होगा और उनके पार्टी की जीत मुसलमानों की जीत होगी। इन सबके बीच ओवैसी का दौरा अब विवादित की होता जा रहा है।
नया मामला
हाल में ही ओवैसी ने अयोध्या का दौरा किया था। उनके पोस्टर पर फैजाबाद का जिक्र हुआ था जिसके बाद अयोध्या के साधु संतों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। अब एक बार फिर से ओवैसी के पोस्टर पर संभल को लेकर विवादित बातें लिखी गई हैं। दरअसल, ओवैसी की जनसभा के लिए लगे पोस्टर में संभल को गाजियों की धरती बताया गया है। अब इस को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। संभल जिले के सिरसी में बुधवार को होने वाली ओवैसी की जनसभा के लिये लगाये गये पोस्टरों में संभल को गाजियों की धरती (इस्लाम के वीर योद्धाओं की धरती) लिखा गया है।
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा ने इन पोस्टरों पर कड़ा ऐतराज जताया है, जिसके चलते वे पोस्टर हटा दिए गए हैं। भाजपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष राजेश सिंघल ने इन पोस्टरों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, संभल कभी गाजियों की धरती नहीं रहा। यह ओवैसी का चुनावी स्टंट है। हम उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। हिन्दुस्तान का कोई भी शहर गाजियों का नहीं रहा है और ना ही हम होने देंगे। उन्होंने कहा संभल एक पौराणिक शहर है। पुराणों में संभल को लेकर कल्कि अवतार का उल्लेख है लेकिन अगर कुरान में संभल को गाजियों की धरती बताया गया हो तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा। गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पहली बार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव मैदान में उतरने जा रही है। पार्टी ने राज्य की 100 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।