By अंकित सिंह | Oct 19, 2022
बिहार में सातवीं कक्षा के प्रश्न पत्र में कश्मीर को अलग देश बता दिया गया है। इसके बाद से वहां राजनीतिक बवाल मच गया है। प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसके बाद से स्कूल के हेड मास्टर एसके दास ने इसे मानवीय भूल बताया। लेकिन भाजपा अब सीधे सरकार पर ही हमलावर हो गई है। हालांकि सरकार की ओर से जांच के आदेश दे दिए गए हैं। प्रश्न पत्र में पूछा गया है कि कश्मीर के लोगों को क्या कहा जाता है? इसके साथ ही यह भी पूछा गया है कि भारत के लोगों को क्या कहा जाता है? भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि प्रश्नपत्र यह बताता है कि बिहार सरकार के सरकारी पदाधिकारी और बिहार सरकार कश्मीर को भारत का अंग ही नहीं मानती।
सरकार का जवाब
बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि इसमें कितना भी बड़ा अधिकारी हो उस पर कार्रवाई होगी। ज़िलाधिकारी के साथ संपर्क में है और मामले की जांच हो रही है। ग्रामीण विकास मंत्री ने श्रवण कुमार कहा कि मामले की जांच की जाएगी और जो भी जिम्मेदार होगा उसे दंडित किया जाएगा, मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रधानाध्यापक एसके दास ने बताया कि यह बिहार शिक्षा बोर्ड के माध्यम से मिला। सवाल पूछना था कि कश्मीर के लोगों को क्या कहा जाता है? गलती से कश्मीर देश के लोगों को क्या कहा जाता है? यह मानवीय भूल थी।
भाजपा का हमला
भाजपा प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने कहा कि बिहार सरकार से अनुरोध है की शिक्षा विभाग द्वारा कश्मीर के संदर्भ में पूछे प्रश्न पर अविलम्ब जाँच और स्पष्टीकरण जारी हों। बिहार बाजपा ने ट्वीट कर लिखा कि बिहार में सातवीं की परीक्षा के प्रश्नपत्र में कश्मीर को बताया गया अलग देश। नीतीश जी! कश्मीर हमारे देश का अभिन्न हिस्सा है, बिहारी इसके लिए जान भी दे सकते हैं। भाजपा ने साफ तौर पर कहा कि जेहादियों को खुश करने के लिए इतने भी सेकुलर न बनिए! संजय जायसवाल ने कहा कि "बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के द्वारा सीमांचल के जिलों में यह पूछा जाना कि चीन के नागरिक को, इंग्लैंड के, नेपाल के, भारत के और इसी के साथ कश्मीर के नागरिक को क्या कहते हैं? यह बताता है कि सरकार में बैठे हुए पीएफआई के समर्थकों और राजद के पीएफआई समर्थक का नापाक गठजोड़ है।"