By रेनू तिवारी | Dec 02, 2024
चक्रवात फेंगल का खतरा भले टल गया हो लेकिन उसका असर अभी पूरे राज्य में देखने को मिनल रहा है। तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में भूस्खलन से काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा पांच बच्चों समेत सात लोग फंसे होने की भी आशंका है। एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में रविवार रात पहाड़ियों की ढलान पर भूस्खलन में एक इमारत के ढह जाने से सात लोग फंस गए। जानकारी के अनुसार, मलबे में दो परिवारों के सात लोग फंसे बताए जा रहे हैं। फंसे लोगों में पांच बच्चे भी शामिल हैं।
तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में भूस्खलन में पांच बच्चों समेत सात लोग फंसे
माना जा रहा है कि रविवार को पूरे दिन जिले में चक्रवात फेंगल के प्रभाव में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है। जिला कलेक्टर डी. भास्कर पांडियन ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि दो वयस्क और पांच बच्चे घर के अंदर फंसे हुए हैं, क्योंकि उनका पता नहीं चल पाया है। यह घटना रविवार शाम को हुई, जब तिरुवन्नामलाई में अन्नामलाईयार पहाड़ियों की तलहटी में स्थित वीओसी नगर में भूस्खलन हुआ, जिससे कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। शुरू में बचाव अभियान में देरी हुई क्योंकि मलबे के ऊपर एक बड़ी चट्टान थी, जिसके लिए आपदा राहत टीमों की मदद की जरूरत थी। इसके बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर मलबे में दबे लोगों को बचाने में जुट गईं।
तमिलनाडु के विल्लुपुरम में बाढ़ का प्रकोप
तमिलनाडु के विल्लुपुरम में अभूतपूर्व बाढ़ का प्रकोप जारी है, जबकि उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी के ऊपर पहुंचा चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ सोमवार को कमजोर होकर कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी। विल्लुपुरम शहर, आस-पास के कस्बे और गांव भारी बारिश से प्रभावित हुए हैं और बाढ़ का पानी निचले इलाकों में चला गया है। विल्लुपुरम में विक्रवंडी और मुंडियामपक्कम के बीच एक मुख्य पुल पर पानी खतरे के निशान से ऊपर बहने के कारण दक्षिणी रेलवे ने सोमवार सुबह उस प्रमुख खंड पर परिचालन स्थगित करने की घोषणा की। इसके परिणामस्वरूप एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों सहित कई सेवाओं को रद्द किया गया, कुछ का मार्ग परिवर्तित किसर गया और कुछ ट्रेनों को कुछ समय के लिए रोक दिया गया।
रेलवे ने परिचालन रद्द किया
विल्लुपुरम चेन्नई, राज्य के अन्य उत्तरी भागों और तमिलनाडु के मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों के बीच आसान संपर्क है, जहां बेहतर ‘कनेक्टिविटी’ है। थेनपेन्नई नदी उफान पर है और उत्तरी तटीय शहर कुड्डालोर भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। धर्मपुरी के पश्चिमी जिले और कृष्णगिरि जिले भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। कृष्णगिरि में पिछले दो से तीन दशकों में अभूतपूर्व बाढ़ आई और कार एवं वैन सहित कई वाहन बाढ़ के पानी में बहकर निचले इलाकों में चले गए। बाढ़ के कारण उथंगराई से कृष्णगिरि और तिरुवन्नामलाई जैसे शहरों तक सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल हो गया है। आईएमडी ने कहा, ‘‘उत्तर तटीय तमिलनाडु और पुडुचेरी पर चक्रवाती तूफान ‘फेंगल’ के कारण बना कम दबाव का क्षेत्र लगभग पश्चिम की ओर बढ़ गया और आज दो दिसंबर, 2024 को सुबह साढ़े पांच बजे तक यह उत्तर आंतरिक तमिलनाडु में कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया। शेष निम्न दबाव क्षेत्र तीन दिसंबर 2024 के आसपास उत्तर केरल-कर्नाटक तटों से दूर दक्षिण-पूर्व और आसपास के पूर्व-मध्य अरब सागर में उभरने की संभावना है।
पुडुचेरी सरकार चक्रवात से हुए नुकसान का आकलन कर रही है
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी ने कहा कि चक्रवात ‘फेंगल’ से हुए नुकसान का आकलन कर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है और राहत मांगने के लिए इसे केंद्र को भेजा जाएगा। पुडुचेरी के गृह मंत्री ए नम: शिवायम ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सोमवार को पुडुचेरी और कराईकल क्षेत्रों में सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। चक्रवात ‘फेंगल’ 30 नवंबर को पुडुचेरी के पास पहुंचने के बाद रविवार को कमजोर पड़ गया, लेकिन इसके प्रभाव के चलते हुई मूसलाधार बारिश ने केंद्र शासित प्रदेश में तबाही ला दी। पानी की वजह से जलमग्न हुए इलाकों में फंसे लोगों को निकालने के लिए सेना को मोर्चा संभालना पड़ा।