'आपमें दम है तो युद्ध कर लीजिए', अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बीच अचानक बोले फारूक अब्दुल्ला, जानें वजह

By अंकित सिंह | Aug 09, 2023

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए मोदी सरकार को जबरदस्त तरीके से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हमें इस राष्ट्र का हिस्सा होने पर गर्व है। लेकिन इस राष्ट्र की जिम्मेदारी न केवल हिंदुओं के प्रति है, बल्कि भारत में रहने वाले हर व्यक्ति के प्रति है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री केवल एक रंग का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं, वह भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कश्मीरी पंडितों का जिक्र किया। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आप (केंद्र) पिछले 10 वर्षों में कितने कश्मीरी पंडितों को वापस लाए हैं? यह मत कहो कि हम भारत का हिस्सा नहीं हैं। हम इस राष्ट्र का हिस्सा हैं। वहीं, फारूक अब्दुल्ला को सही करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि यह कहना कि इस सरकार ने कश्मीरी पंडित हिंदुओं के लिए कुछ नहीं किया तो यह गलत है। 

 

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दम है तो युद्ध कर लीजिए

अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हमें पाकिस्तानी मत कहिए। कब तक शक करेंगे कि हम पाकिस्तानी हैं। हम वतन के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे। हमें गले लगाइए। हमने भी गोलियां खाई हैं ताकि हिंदुस्तान जिंदा रहे। हमें भारत का नागरिक होने पर गर्व है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमसे नफरत मत कीजिए। बहुत नफरत हो गयी। अब मुहब्बत की बात कीजिए। मणिपुर में भी मुहब्बत की बात कीजिए।’’ उन्होंने पाकिस्तान का परोक्ष जिक्र करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था कि हम पड़ोसी के साथ दोस्ती में रहें तो दोनों तरक्की करेंगे। अब्दुल्ला ने सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों की टोकाटोकी के बीच कहा कि यह बात आपके नेता ने कही थी। आप इसे मानें य न मानें। आपमें दम है तो युद्ध कर लीजिए। हम नहीं रोक रहे। हम कभी नहीं रोकते।

 

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भाजपा ने क्या कहा

भारतीय जनता पार्टी (भाजप) के राम कृपाल यादव ने विपक्ष के गठबंधन ‘इंडिया’ पर निशाना साधते हुए कहा कि इसमें भ्रष्टाचारी, वंशवादी और तुष्टीकरण वाली पार्टियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि एक गरीब और पिछड़े परिवार से आने वाले प्रधानमंत्री के खिलाफ यह अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है क्योंकि इनके मन में पिछड़े वर्गो के लिए कोई जगह नहीं है। यादव ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने सालों तक ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग को पूरा नहीं किया, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने इस काम को अंजाम दिया। उन्होंने कहा, ‘‘इतिहास साक्षी है कि ओबीसी का बेटा प्रधानमंत्री बनता है तो न्याय दिलाता है।’’ रामकृपाल यादव ने कहा, ‘‘मोदी नहीं फकीर है, देश की तकदीर है।’’ 

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