By अनुराग गुप्ता | Aug 29, 2022
नयी दिल्ली। गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफे के बाद सोमवार को पहली बार खुलकर बात की। उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आपने मोदी साहब का भाषण सुना, कोई इतना अनपढ़ और जाहिल है तो मोदी साहब का भाषण पढ़े। उन्होंने मेरी बात नहीं की। उन्होंने एक घटना की बात की। शुक्र करिए मैं मोदी साहब को बड़ा क्रूड आदमी समझता था। उन्होंने शादी नहीं की, बच्चे नहीं हैं तो इसको कोई परवाह नहीं होगी।
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मोदी साहब ने कम से कम इंसानियत तो दिखाई। जब मैं कश्मीर का मुख्यमंत्री था और गुजरात की एक बस के भीतर ग्रेनेड फटा था। लोग ऑन दे स्पाट मर गए। जब गुजरात के मुख्यमंत्री का फोन आया तो मैं जोर-जोर से रो रहा था, उस वक्त मेरे ऑफिस वालों ने मेरे कान पर फोन दिया, उस पर मैंने कहा कि मैं बात नहीं कर सकता हूं। ऐसे में मोदी साहब ने मेरी आवाज सुनी।
उन्होंने कहा कि चापलूस अगर मुझ पर आरोप लगाए तो हमें बहुत दुख होता है। इसी बीच उन्होंने कहा कि घर वालों ने घर छोड़ने के लिए मजबूर किया और जहां घरवालों को लगे कि यह आदमी नहीं चाहिए और आदमी को भी लगे कि हमें पराया समझा जा रहा है तो अकलमंद आदमी का काम है कि घर छोड़कर चला जाए। इसी बीच उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और भाजपा से वो मिले हैं जो नरेंद्र मोदी का सपना पूरा किया है। मैं नहीं हूं।
राहुल पर बरसे गुलाम नबी
उन्होंने कहा कि लोकसभा में पूरी दुनिया के बाद भाषण देने के बाद उनसे (नरेंद्र मोदी) गले मिलते हैं, तो वो मिले हैं कि मैं मिले हूं ? गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पहले वे (जयराम रमेश) अपना डीएनए चेक करवाएं कि कहां के हैं और किस पार्टी से हैं, वह देखें कि उनका डीएनए किस-किस पार्टी में रहा है। बाहर के लोगों को कांग्रेस का अता-पता नहीं है। चापलूसी और ट्विट कर जिन्हें पद मिले अगर वे आरोप लगाएं तो हमें दुख होता है।