By अनुराग गुप्ता | Jun 01, 2022
नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी एक बार फिर से कश्मीरी पंडितों को निशाना बना रहा है। बीते दिनों कुलगाम जिले में एक हिंदू स्कूल शिक्षिका रजनी बाला की उनके स्कूल के बाहर आतंकवादियों ने हत्या कर दी। इसी बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
16 कश्मीरी पंडितों को मारा गया
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कश्मीरी पंडित दुखी हैं और उनकी एक ही मांग है कि उनको आतंकवादियों से सुरक्षा दी जाए। वे हिम्मत करके कश्मीर में बसे थे लेकिन उनके साथ वही हो रहा है जो 90 के दशक में हुआ था। उन्हें चुन-चुनकर निशाना बनाया जा रहा है, घरों में घुसकर मारा जा रहा है। यह मानवता और देश के खिलाफ है और इसे रोकने के लिए कोई कुछ नहीं कर रहा है।
उन्होंने कहा कि जब वे इसका विरोध करते हैं तो उनकी अवाज़ को दबाया जाता है। इसी साल 16 कश्मीरी पंडितों को चुन-चुनकर मारा गया। कश्मीरी पंडित वापस कश्मीर में आना चाहते हैं। वह उनकी जन्मभूमि है लेकिन वे दूसरे राज्य में जाने को मजबूर हैं।
इसी बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी मांग है कि कश्मीरी पंडितों को उच्च स्तरीय सुरक्षा दी जाए। मैं सरकार से अपील करता हूं कि हमें कश्मीर में उन्हें फिर से स्थापित करने के लिए मिलकर काम करना होगा।
कश्मीरी पंडितों का चल रहा आंदोलन
कश्मीर घाटी में 18 दिनों से कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन चल रहा है। स्कूल शिक्षिका रजनी बाला की हत्या से पहले बडगाम के चादूरा इलाके में स्थित तहसील कार्यालय में भीतर घुसकर आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या की थी। जिसको लेकर जम्मू से लेकर कश्मीर तक में विरोध प्रदर्शन हुए। इतना ही नहीं राहुल भट की हत्या के बाद से कश्मीरी पंडितों का यह प्रदर्शन जारी है, जो कश्मीर में चलने वाला सबसे लंबा प्रदर्शन बन गया है। दरअसल, कश्मीरी पंडितों की सरकार से मांग है कि हमें कश्मीर से बाहर दूसरे स्थानों पर पोस्टिंग दी जाए।