By एकता | Jun 23, 2024
जिंदगी के एक मोड़ पर, हम कुछ ऐसे लोगों से टकरा जाते हैं, जो कहीं और के मुसाफिर होते हैं, लेकिन हमारा दिल उनसे यूँ जुड़ जाता है कि हम हमेशा के लिए उन्हें अपनी जिंदगी का हिस्सा बनाकर रखना चाहते हैं। सच्चाई से वाकिफ होने के बावजूद हम और हमारा दिल उन्हें ज्यादा से ज्यादा समय के लिए अपनी जिंदगी में रोककर रखना चाहता है, लेकिन वो रुकना नहीं चाहते हैं। हमारी जिंदगी से जल्दी से जल्दी निकलने की जिद्द में वो लोग ये देख ही नहीं पाते कि जाते-जाते वो अपने पीछे क्या जख्म देकर जा रहे हैं।
हाँ, माना कि जाने वाले को आपके जख्म नहीं दिख रहे हैं और ऐसी परिस्थिति में आपके लिए खुद को संभालना भी मुश्किल हो रहा है, लेकिन अंदर ही अंदर घुटने से तो नहीं चलेगा न। अपने लिए और अपने आत्मसम्मान के लिए कदम उठाने ही पड़ेंगे। कब तक जाने वाले के जाने का दुख मनाओगे, कब तक अँधेरे कमरे में खुद को कैद रखोगे और खुद से अनसुलझे सवालों के जवाब मांगते रहोगे? देखो, माना सामने वाले को एहसास नहीं है कि उसने अनजाने में आपका बहुत दिल दुखाया है। मगर जिस इंसान को कहीं भी अपनी गलती लग ही नहीं रही उसे समझाने का क्या फायदा है? इसलिए जाने दो जो जा चुका है, कौन कब कहां रुका है, बात ये फ़िज़ूल है, इन्हें भूल जाने दो। लेकिन बातें भूले कैसे? कैसे किसी को चाहने से खुद को रोकें? कैसे अपने दिल के बवंडर को काबू करें?
अपनी भावनाओं को स्वीकार करें- अपनी इच्छा को काबू करने का पहला कदम अपनी भावनाओं को स्वीकार करना है। इनकार आपकी भावनाओं को तीव्र कर सकता है, जिससे आगे बढ़ना मुश्किल हो जाता है। अपने विचारों और भावनाओं को जर्नल करने से आपको अपनी भावनाओं की गहराई को समझने और पैटर्न की पहचान करने में मदद मिल सकती है।
दूरी बनाएँ- जिस व्यक्ति को आप चाहते हैं, उससे शारीरिक और भावनात्मक दूरी ज़रूरी है। बातचीत और सोशल मीडिया पर स्टॉकिंग को सीमित करें या उससे बचें। ट्रिगर्स को हटाने से आपकी लालसा और तीव्रता कम हो सकती है।
आत्म-सुधार पर ध्यान दें- किसी के छोड़ जाने के बाद खुद को सँभालने के लिए वो काम करें, जो आपको पसंद हैं। अपनी ऊर्जा को आत्म-सुधार की ओर र्निर्देशित करने से फायदा होगा। जिम, योग, पेंटिंग या गिटार बजाना सीखना, जो भी आपको पसंद है, वो करें, और कुछ समय में आप देखेंगे आप उन चीजों को पीछे छोड़ चुके हैं, जो आपको दुख दे रही थीं।
माइंडफुलनेस और मेडिटेशन का अभ्यास करें- माइंडफुलनेस और मेडिटेशन आपको वर्तमान में रहने और जुनूनी सोच को कम करने में मदद कर सकती हैं। गहरी साँस लेना, प्रगतिशील मांसपेशी विश्राम और निर्देशित कल्पना जैसी तकनीकें आपके दिमाग को शांत कर सकती हैं और आपकी इच्छा की तीव्रता को कम कर सकती हैं।
व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित करें- व्यक्तिगत लक्ष्य निर्धारित करने से आपको बहुत मदद मिलेगी। अपने इन लक्ष्यों के लिए जब आप काम करना शुरू करेंगे तो आपका दिमाग खुद ब खुद उस व्यक्ति से हट जाएगा, जिसे आप चाहते हैं। ये सब एक दिन में नहीं होगा, इसपर आपको लगातार काम करना पड़ेगा।
अपनी ज़रूरतों पर ध्यान केंद्रित करें- इस बात पर विचार करें कि आपको रिश्ते में वास्तव में क्या चाहिए और क्या आप जिस व्यक्ति को चाहते हैं वह आपकी ज़रूरतों को पूरा करता है। यह महत्वपूर्ण मूल्यांकन है, जो आपको अपनी भावनाओं को सही ट्रैक पर लाने में मदद करेगा। कई बार रिश्तों को टूटता देखकर हम घबरा जाते हैं और जो व्यक्ति हमारी बेसिक जरूरतों को भी पूरा नहीं कर रहा उसे पाने की कोशिश करने लगते हैं।
सब्र और दृढ़ता बनाए रखें- इच्छा पर काबू पाने के लिए धैर्य और दृढ़ता की आवश्यकता होती है। स्वीकार करें कि हर किसी को आप पसंद नहीं आ सकते हैं। स्वीकार करें कि सामने वाले को जो चाहिए वो आप नहीं है। डेटिंग के दौरान असफलताएँ हो सकती हैं और इससे निपटने के लिए स्वस्थ रणनीतियों का उपयोग करें और ऐसा करना जारी रखें। समय और प्रयास के साथ, आपकी इच्छा की तीव्रता फीकी पड़ जाएगी।
मदद लें- दोस्तों, परिवार या किसी चिकित्सक से बात करने से भावनात्मक समर्थन मिल सकता है। किसी ऐसे व्यक्ति के साथ अपनी भावनाओं को साझा करें, जिस पर आप भरोसा करते हैं, इससे कुछ हद तक आपके दिल का बोझ कम होगा। इसके अलावा ये आपको नए तरीके से अपनी भावनाओं को समेटने में मदद करेगा।