By अभिनय आकाश | Sep 09, 2023
दुनिया का सबसे बड़ा कूटनीतिक सम्मेलन हो रहा है। जी20 सम्मेलन का मंच तैयार है। दुनिया के शीर्ष नेता हमारे समय की वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करने और संभवतः उनमें से कुछ को हल करने की दिशा में एक दिशा खोजने के लिए जी20 शिखर सम्मेलन के लिए नई दिल्ली में इकट्ठा हैं। ऐसे में कितना बदलेगा कूटनीतिक समीकरण, अर्थव्यवस्था को होगा क्या फायदा, वैश्विक प्रभाव पर कितना असर, जी20 से जुड़े 5 सवालों के जवाब आपको बताते हैं।
1.) भारतीय अर्थव्यवस्था को इससे क्या फायदा होगा?
भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बिजनेस और निवेश के नए मौके मिल सकते हैं। इसके अलावा एक और सवाल जो सभी के जेहन में है कि जी20 में भारत के डिजिटल पेमेंट का प्रचार कैसे होगा। जी20 सम्मेलन के करीब 1 हजार प्रतिनिधियों को डिजिटल वॉलेट मिला है। जिसमें सरकार यूपीआई से दो हजार रूपये करेगी। जी20 के प्रतिनिधि इसी वॉलेट से सामान खरीद पाएंगे। यूपीआई से पेमेंट की तकनीक का प्रचार प्रसार होगा।
2.) अब तक क्या हासिल हुआ
जी20 की अध्यक्षता में भारत ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। भारत ने सालाना होने वाली विदेश मंत्रियों की बैठक सफलतापूर्व आयोजित की। इसमें 'फॉरेन मिनिस्टर आउटकम डॉक्युमेंट' को सफलतापूर्वक जारी किया गया। इस डॉक्युमेंट में बहुपक्षीय मुद्दे, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और वैश्विक स्वास्थ्य से जुड़ी चिंताएं शामिल थीं। भारत ने अपनी अध्यक्षता में ग्लोबल साउथ को आवाज देने के लिए 'वाइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट' का आयोजन किया, जिसमें दुनिया के 125 देशों ने हिस्सा लिया।
3.) जी20 से टूरिज्म का कितना विकास होगा
किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को उसका टूरिज्म सेक्टर बहुत मजबूती देता है। जी20 के तहत भारत के 50 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा मीटिंग हुई। कश्मीर के श्रीनगर में जी20 टूरिज्म की वर्किंग बैठक हुई। 2023 में अब तक कश्मीर में 1 करोड़ 27 लाख से ज्यादा टूरिस्ट आए हैं। दिसंबर तक 2 करोड़ से ज्यादा टूरिस्ट के पहुंचने का अनुमान है।
4.) जी20 के बाद भारत का कूटनीतिक समीकरण कितना बदलेगा?
मेजबान के नाते भारत ने यूएई, सिंगापुर सहित 9 देशों को आमंत्रित किया है। ये मेजबान का अधिकार है और भारत को इन देशों से रिश्ते मजबूत करने का मौका मिलेगा। ये भारत के लिए बहुत अहम मौका है।
5.) भारत का वैश्विक प्रभाव इससे कितना बढ़ेगा?
जी20 में सिर्फ 20 देश नहीं हैं बल्कि कुल 43 देशों के प्रतिनिधि हैं। यहां भारत अपनी उपलब्धियों को बेहतर तरीके से रखेगा। दुनिया के ताकतवर और प्रभावशाली देशों को भारत के बारे में बताने का सही मौका जी20 के माध्यम से मिला है।