By एकता | Nov 22, 2022
बढ़ती उम्र में महिलाओं और पुरुषों के शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं, जिनमें से ज्यादातर हार्मोन से संबंधित होते हैं। जैसे-जैसे महिला और पुरुष की उम्र की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे उनके शरीर में हार्मोन की कमी आने लगती है। हार्मोन की कमी के कारण शरीर में कई बदलाव होने लगते हैं। 40 की उम्र के बाद जहाँ महिलाओं में हार्मोन की कमी की वजह से मेनोपॉज होता है, ठीक इसी तरह पुरुषों को एंड्रोपॉज होता है। महिलाओं की ही तरह पुरुषों को भी मेनोपॉज होते हैं, जिसे वैज्ञानिक भाषा में 'एंड्रोपॉज' कहा जाता है। एंड्रोपॉज के दौरान पुरुष कई शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों से गुजरते हैं। चलिए हम आपको बतातें हैं एंड्रोपॉज क्या होता है और इसके लक्षण क्या है?
क्या होता है एंड्रोपॉज?
30 साल की उम्र के बाद पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर हर साल कम होने लगता है, जिसके परिणामस्वरूप हार्मोन संबंधी असंतुलन पैदा हो जाता है। इस असंतुलन से पुरुषों को कई तरह की शारीरिक तकलीफों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा मधुमेह, कुपोषण, थकान, कमजोरी, विभिन्न यौन समस्याओं के कारण भी शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन कम हो जाता है, इस वजह से भी एंड्रोपॉज हो सकता है।
एंड्रोपॉज के लक्षण
एंड्रोपॉज के लक्षणों में थकान, डिप्रेशन, शारीरिक प्रदर्शन में कमी, नींद की कमी, छोटे अंडकोष, शरीर के बालों का झड़ना, कम यौन इच्छा और आत्मविश्वास की कमी शामिल हैं।
एंड्रोपॉज के उपचार
- रोजाना कम से कम एक घंटा एक्सरसाइज करें।
- डाइट में स्वस्थ आहार शामिल करें, जिसमें कम फैट वाले खाद्य प्रदार्थ और सब्जियां शामिल हों।
- धूम्रपान और शराब का सेवन करने से परहेज करें।
- डिप्रेशन से बचने के लिए मेडिटेशन जरूर करें।
- पर्याप्त नींद लें।