लेखक संतोष उत्सुक की बाल कविता अच्छे दिन में बादल गरजने और गर्मी से निजात मिलने की खुशी को दर्शाया गया है।
बादल जब खूब बरसते हैं
गर्मी में अच्छा लगता है
ठंडी हवा जब चलती है
मौसम सुहावना होता है
सुन्दर फूल जब खिलते हैं
पर्यावरण सुगंधित होता है
तितलियां जब फुदकती हैं
नाचने को हर मन होता है
सुबह सवेरे उठ जाओ तो
बहुत अच्छा दिन रहता है
रोजाना सैर करते रहने से
स्वास्थ्य अच्छा रहता है
व्यायाम जो करते रहते
शरीर सुगठित रहता है
-संतोष उत्सुक