By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 09, 2022
कांग्रेस नेता ने कहा, हमें आरामदेह स्थिति में हैं। हम (68 सदस्यीय सदन में) करीब 45 सीटें जीतेंगे। नौ बार के विधायक और पांच बार के सांसद वीरभद्र सिंह छह बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। उनका जुलाई 2021 में 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के कई आकांक्षी होने को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा पार्टी पर निशाना साधे जाने के बीच प्रतिभा सिंह ने कहा कि उनकी व्यक्तिगत रूप से ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है। उन्होंने कहा, मेरी कोई बड़ी महत्वाकांक्षा नहीं है। मैं बहुत महत्वाकांक्षी नहीं हूं। हमें लगता है कि हमें राज्य की सेवा और लोगों की सेवा करनी है। यह आलाकमान को तय करने दें कि राज्य के लिए सबसे अच्छा क्या है। वे ऐसा करेंगे।’’ प्रतिभा सिंह (66) तीन बार की सांसद हैं और 2005 से राजनीति में सक्रिय हैं। वह 1985 से सामाजिक कार्यों में शामिल रही हैं। उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह शिमला ग्रामीण से विधायक हैं और एक बार फिर चुनाव मैदान में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘वीरभद्र जी जब तक जीवित थे, उस समय तक कोई दावेदार नहीं था, लेकिन उनके नहीं रहने पर, कोई यह महसूस कर सकता है कि वह वरिष्ठ हैं या उन्हें पेश किया जाना चाहिए, लेकिन पार्टी ने किसी को सामने नहीं किया है। उन्होंने कहा, जो लोग निर्वाचित होंगे, उनकी आवाज सुनी जाएगी और हमने फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया है... यह आलाकमान को तय करना है कि कौन बेहतर शासन दे सकता है।
प्रतिभा सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कार्यकाल को बेहद निराशाजनक करार देते हुए कहा कि उनके पास एक अवसर था लेकिन वह लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। उन्होंने कहा, अगर उन्होंने राज्य के लिए कुछ किया होता, तो लोग उन्हें दूसरा अवसर देने के बारे में सोचते। लेकिन वह केंद्र से पर्यटन या अन्य मोर्चों पर कोई बड़ी मदद पाने में नाकाम रहे। उनका पांच साल का कार्यकाल बहुत निराशाजनक रहा।’’ इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह किसी पर व्यक्तिगत रूप से हमला करना नहीं पसंद करती है या किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं बोलती हैं। उन्होंने कहा, जहां तक सरकार चलाने की बात है, उन्हें निश्चित तौर पर अधिक दृढ़ रहना चाहिए था और मुझे लगता है कि लोग अब समझ गए हैं और वे फिर से कांग्रेस को मौका देंगे क्योंकि सिर्फ यही पार्टी कुछ कर सकती है।