जम्मू कश्मीर को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के डॉयरेक्टर अरविंद कुमार के अलावा कई और बड़े लोग मौजूद रहे। हालांकि ये बैठक कश्मीर के विकास के मुद्दे पर बुलाई गई थी। उसी में सुरक्षा का भी जिक्र हुआ और साथ ही अमरनाथ यात्रा को लेकर भी कहा जा रहा है कि इस बैठक में चर्चा की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से बताया गया कि बैठक में शाह ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों को जल्द से जल्द रेफ्यूजी पैकेज का लाभ सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
बैठक में गृह सचिव अजय भल्ला, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह, रॉ प्रमुख सामंत गोयल सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह भी बैठक में मौजूद रहे। आज जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से गृह मंत्रालय में मुलाकात की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में कोरोना टीकाकरण 76% व 4 ज़िलों में 100% होने पर उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा को बधाई दी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की योजनाओं की 90% पहुंच की भी सराहना की। गृह मंत्रालय के अनुसार अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन को निर्देश दिया कि किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं, जैसे प्रधानमंत्री किसान योजना, जिसके अंतर्गत किसानों को प्रतिवर्ष 6000 रुपये जमा किए जाते हैं तथा किसान क्रेडिट कार्ड के अंतर्गत सभी किसानों को इन योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करें। गृह मंत्री ने प्रधानमंत्री विकास पैकेज फ्लेगशिप और प्रतिष्ठित परियोजनाओं तथा औद्योगिक विकास की परियोजनाओं को शीघ्रतापूर्वक पूरा करने पर बल दिया। PoJK, पश्चिमी पाकिस्तान और कश्मीर से जम्मू आए शरणार्थियों को जल्द शरणार्थी पैकेज का लाभ सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। अमित शाह ने प्रधानमंत्री विकास पैकेज, औद्योगिक विकास की परियोजनाओं सहित अन्य कई विकास योजनाओं को तीव्र गति से पूर्ण करने और 3000 मेघावाट की पाकल डुल व कीरू जल-विद्युत परियोजना को फ़ास्ट ट्रैक करने के साथ 3300 मेगावाट की अन्य योजनाओं को शुरू करने के भी निर्देश दिए।
जम्मू कश्मीर को लेकर बढ़ी हलचल
बीते कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर को लेकर एक बार फिर हलचल बढ़ी है। मनोज सिन्हा लगातार बैठकें कर रहे हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर खासकर घाटी में बीते कुछ दिनों के दौरान अर्धसैनिक बलों की तैनाती बढ़ी है। बीते दिनों उपराज्यपाल ने इस तैनाती को सामान्य बताते हुए कहा था कि यह सुरक्षाबल देश के विभिन्न हिस्सों में चुनाव के लिए गए थे। अब लौट रहे हैं और अपने-अपने मूल ड्यूटी स्थल पर जा रहे हैं।