भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदला हुआ है। मई के महिने में बादल छाने के साथ बारिश हो रही है। उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त अरब सागर से लेकर मध्य महाराष्ट्र तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इससे अरब सागर से लगातार नमी आ रही है। जिसके चलते प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर गरज चमक के साथ बरसात हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और जबलपुर संभाग के जिलों में तेज बौछारें पड़ने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने यहां यलो अलर्ट जारी किया है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने जानकारी देते हुए बताया कि मध्य प्रदेश पर बने ऊपरी हवा के चक्रवात और अरब सागर से महाराष्ट्र तक एक ट्रफ बना हुआ है। इसके साथ ही एक पश्चिमी विक्षोभ भी हिमालय क्षेत्र में सक्रिय है। इन तीन वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने के कारण मध्य प्रदेश में हवाओं के साथ लगातार नमी आ रही है। इससे गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ी रही हैं। इसी क्रम में बुधवार को पशिचमी मध्य प्रदेश में तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं। विशेषकर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल,होशंगाबाद और जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं झमाझम बारिश भी हो सकती है। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट भी होगी। इधर इंदौर में मंगलवार दिनभर तेज गर्मी के बाद कई हिस्सों में बारिश ने मौसम खुशनुमा कर दिया। कहीं तेज हवाओं और गरज-चमक के साथ तेज, तो कहीं धीमी गति से बारिश हुई। एयरपोर्ट स्थित मौसम केंद्र के अनुसार मंगलवार शाम 6.35 से शाम सात बजे तक 3.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। बारिश के दौरान 45 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चली। मौसम विभाग ने अगले एक-दो दिन तक शहर में ऐसी ही बारिश की संभावना जताई गई है।