By अंकित सिंह | Oct 20, 2023
मध्य प्रदेश में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच जुबानी जंग शुक्रवार को तेज हो गई। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर पार्टी इस तरह व्यवहार करेगी तो उस पर कौन भरोसा करेगा। यादव के आरोपों की झड़ी पर कांग्रेस का जवाब कल की तुलना में अधिक तीखा था। उत्तर प्रदेश के कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने सपा पर "प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से" भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया दिया। अजय राय ने कहा कि अखिलेश यादव जी, जनता देख रही है कि बीजेपी के साथ कौन है। घोसी उपचुनाव में हमने उन्हें (सपा को) समर्थन दिया और वे जीत गये। वहीं, उत्तराखंड में बागेश्वर उपचुनाव हुए। उन्होंने वहां अपना उम्मीदवार खड़ा किया और बीजेपी जीत गई और कांग्रेस हार गई।
राय ने साफ तौर पर कहा कि इससे पता चलता है कि कौन प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी की मदद कर रहा है। मध्य प्रदेश में भी यह साबित होगा। उन्होंने कहा कि अगर सपा का मानना है कि बीजेपी को जीतने से रोकना है तो उन्हें कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए। इस बीच, कांग्रेस पर लगे विश्वासघात के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर एमपी कांग्रेस प्रमुख कमल नाथ ने गोलमोल जवाब दिया। उन्होंने कहा, "अरे भाई छोड़ो अखिलेश वखिलेश।" उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हवा चल रही है। उन्होंने कहा कि मौहाल बहुत अच्छा है। लोग हमें फोन करके बता रहे हैं कि लोगों में उत्साह है। हम अपनी उम्मीद से भी बेहतर संख्या से जीतेंगे।
इसको लेकर भाजपा ने चुटकी लेने में कोई देर नहीं की। कमलनाथ के बयान पर बोले बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि आज कमलनाथ के बयान के बाद यह साफ हो गया है कि कांग्रेस अपने गठबंधन सहयोगियों का कितना सम्मान करती है। जब उन्हें काम होता है तो वे एक दूसरे को गले लगाते हैं और काम के बाद ऐसा व्यवहार करते हैं। यही कांग्रेस का असली चरित्र है। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है। शिवराज ने कहा कि दिल्ली में दोस्ती और राज्यों में कुश्ती, ऐसा कहीं होता है?। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को एक साल तक धोखे में रखा। जिन शब्दों का प्रयोग उन्होंने (अखिलेश यादव) किया है, उससे उनके मन की स्थिति को समझा जा सकता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस, सपा और AAP तीनों लड़ रहे हैं। ये किस बात का गठबंधन है?