भोपाल। मध्य प्रदेश में गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। वर्तमान में कोई भी सिस्टम सक्रिय नहीं होने से हवा में नमी कम हो गई है और धीरे -धीरे तापमान में बढ़ोत्तरी होने लगी है। मौसम विभाग के अनुसार जम्मू-कश्मीर में बना पश्चिमी विक्षोभ समाप्त हो गया है। वर्तमान में हवा का रूख पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी होने लगा है। इस वजह से सोमवार से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में अब धीरे-धीरे अधिकतम तापमान बढ़ने लगेंगा। वही अप्रैल के अंत तक प्रदेश में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में दक्षिण-पूर्वी मध्य प्रदेश पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम से होकर झारखंड तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। इसके अतिरिक्त पूर्वी उत्तर प्रदेश पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। हालांकि इन सिस्टम के कारण नमी नहीं मिलने से मध्य प्रदेश के मौसम पर कोई खास असर नहीं पड़ रहा है। इस वजह से अब तापमान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। हालांकि 27 अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ फिर उत्तर भारत में दाखिल होगा, लेकिन मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इसकी तीव्रता काफी कम है। इस वजह से यह सिस्टम मध्य प्रदेश के मौसम को विशेष प्रभावित नहीं करेगा। इस कारण 27 अप्रैल से तापमान में बढ़ोत्तरी के साथ ही तेज गर्मी प शुरू हो जाएगी।