By अभिनय आकाश | Sep 30, 2021
कांग्रेस इन दिनों अपनी पार्टी और संगठन बचाने की कवायद में लगी है। पंजाब का कलह सुलझते दिखने के बाद अब धीरे-धीरे और उलझता दिख रहा है। वहीं छत्तीसगढ़ को लेकर भी खबरें लगातार आती ही रहती है। लेकिन अब राजस्थान में एक बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला। जिसे भले ही लोकतंत्र की असली ताकत और या अन्य शब्दों में परिभाषित किया जाए, लेकिन इसके सियासी मायने भी निकाले जा सकते हैं। दरअसल, मौका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजस्थान में चार मेडिकल यूनिवर्सिटी की नींव रखे जाने का था। इस मौके पर पीएम मोदी ने अशोक गहलोत की जमकर तारीफ की जिसे सुनते ही राजस्थान के सीएम मुस्कुराने लगे।
ये दोस्ती, भरोसा लोकतंत्र की ताकत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपरीत विचारधाराओं के बावजूद आपसी विश्वास लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत है। राजस्थान के बांसवाड़ा, सिरोही, हनुमानगढ़ और दौसा जिलों में चार नए चिकित्सा महाविद्यालयों की आधारशिला और पेट्रोरसायन प्रौद्योगिकी संस्थान के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से राज्य के विकास के लिए विभिन्न परियोजनाओं की मांग के जवाब में प्रधानमंत्री ने यह बात कही। साथ ही मोदी ने उनपर विश्वास जताने के लिए मुख्यमंत्री का शुक्रिया भी किया। मोदी ने कहा, ‘‘अभी जब मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री जी को सुन रहा था। तो उन्होंने एक लंबी सूची कामों की बता दी। मैं राजस्थान के मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद करता हूं कि उनका मुझपर इतना भरोसा है। लोकतंत्र में यही बहुत बड़ी ताकत है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि गहलोत की राजनीतिक विचारधारा और पार्टी अलग है लेकिन इसके बावजूद उन्हे मुझपर भरोसा है और उसी के कारण आज उन्होनें दिल खोलकर के बहुत सी बातें रखी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ये दोस्ती, ये विश्वास, ये भरोसा.. ये लोकतंत्र की बहुत बड़ी ताकत है।’
गहलोत ने की थी ये मांग
पीएम मोदी की बात सुनते ही गहलतो मुस्कुराने लगे। बता दें कि अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री के समक्ष राज्य के विकास से जुड़ी कई परियोजनाओं की शुरुआत करने की मांग की। उन्होंने बताया कि राजस्थान ऐसा राज्य बनेगा, जहां 33 जिलों में 30 चिकित्सा महाविद्यालय बनने जा रहे हैं। इनमें से 15 अस्पतालों का संचालन शुरू हो गया है जबकि 15 चिकित्सा महाविद्यालय 2023 तक आरंभ हो जाएंगे।