By दिनेश शुक्ल | Nov 25, 2020
इंदौर। मध्य प्रदेश के हाईप्रोफाइल हनी ट्रैप मामले की जांच कर रही एसआईटी की तरफ से कोर्ट को बताया गया है कि हैदराबाद भेजे गए इलेक्ट्रॉनिक सबूतों की जांच रिपोर्ट लेने के लिए हैदराबाद जाना है। इसमें एक सप्ताह लग सकता है। जांच रिपोर्ट मिलते ही उसे जब्त सामग्री के साथ कोर्ट में पेश कर दिए जाएगा। इसके बाद मामले की सुनवाई 3 दिसंबर तक आगे बढ़ा दी गई है।
गौरतलब है कि नगर निगम के तत्कालीन सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह ने 17 सितम्बर 2019 को हनी ट्रैप मामले में पलासिया पुलिस थाने पर रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। उन्होंने कहा था कि कुछ महिलाएं उसे अश्लील वीडियो सार्वजनिक करने के नाम पर ब्लैकमेल कर रही हैं और तीन करोड़ रुपये मांग रही हैं। पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद से ही आरोपित जेल में हैं। हाईकोर्ट के आदेश पर एसआईटी ने मामले में जब्त इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जांच के लिए हैदराबाद की फॉरेंसिक लैब भेजे हैं, लेकिन वहां से अब तक रिपोर्ट नहीं मिली है।
मामले के आरोपितों की तरफ से मांग की गई थी कि हैदराबाद से जांच रिपोर्ट और इलेक्ट्रॉनिक सबूत जल्दी बुलवाए जाएं ताकि सुनवाई की जा सके। इस पर कोर्ट ने एसआईटी से पूछा था कि हैदराबाद से रिपोर्ट कब तक मिलेगी। पिछली सुनवाई पर एसआईटी ने कोर्ट को बताया था कि जांच रिपोर्ट और साक्ष्य दो से तीन सप्ताह में मिलने की उम्मीद है। सोमवार को एसआईटी को जांच रिपोर्ट और दस्तावेज कोर्ट में पेश करना था, लेकिन उसकी तरफ से बताया गया कि इन्हें लेने हैदराबाद जाना है। इसमें एक सप्ताह का समय लग सकता है। कोर्ट ने एसआईटी के आवेदन को रिकॉर्ड पर लेते हुए सुनवाई आगे बढ़ा दी। कोर्ट अब मामले में तीन दिसंबर को सुनवाई करेगी।