By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 13, 2020
नयी दिल्ली। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को वैज्ञानिकों से कहा कि वे कोविड-19 का प्रभाव कम करने के तरीके तय समयसीमा को ध्यान में रखते हुए विकसित करें क्योंकि यह ‘युद्धकाल है और इसे नियमित शोध परियोजना की तरह नहीं लिया जाना चाहिए। एक बयान में बताया गया कि हर्षवर्धन ने विज्ञान एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद के महानिदेशक शेखर मांडे और सभी 38 सीएसआईआर प्रयोगशालाओं के निदेशकों के साथ एक समीक्षा बैठक की।
इसे भी पढ़ें: कोरोना वायरस के 21 मामले आने के बाद दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट ने सेवाएं स्थगित की
इसमें सीएसआईआर के वैज्ञानिकों से उन्होंने कोविड-19 का इलाज तय समयसीमा को ध्यान में रखते हुए विकसित करने को कहा। मंत्री ने कहा, ‘‘यह युद्धकाल है, सीएसआईआर के वैज्ञानिकों को युद्ध खत्म होने से पहले समाधान खोजकर देना है, उन्हें इसे नियमित शोध परियोजना मानकर नहीं चलना है।