By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 25, 2021
उन्होंने कहा, ‘‘उनकी ताकत उनकी हिम्मत थी। वह हमेशा ही जुनूनी रहते थे और उनके अपार आत्मविश्वास का मतलब था कि वह कभी भी चुनौती से कतराते नहीं थे। वह हमेशा ड्रेसिंग रूम का माहौल हल्का रखते और यह सचमुच काफी महत्वपूर्ण होता है। ’’ गांगुली ने हरभजन के आस्ट्रेलिया के खिलाफ प्रदर्शन के बारे में कहा कि यह ऑफ स्पिनर हमेशा ‘कप्तान के लिये पसंदीदा’ रहा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जो देखा आस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में उनकी पहली टेस्ट श्रृंखला बेहतरीन थी, जिसमें एक ही गेंदबाज ने अकेले दम पर श्रृंखला जीत ली। वह कप्तान के पसंदीदा थे। ’’ उन्होंने कहा, ‘‘गेंदबाज के तौर पर, वह डीप में क्षेत्ररक्षकों को रखना पसंद नहीं करते थे। भज्जी पूर्ण मैच विजेता रहे हैं। उसने जो हासिल किया है, उसे उस पर गर्व होना चाहिए। मैं उसे कहना चाहता हूं कि उसकी जिंदगी की नयी पारी भी इतनी ही रोमांचक होगी।’’
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, ‘‘हरभजन सिंह का टीम इंडिया के साथ करियर शानदार रहा। वह देश और विदेश में कई यादगार जीत का हिस्सा रहे हैं। वह काफी जुनूनी क्रिकेट खेलते थे। जब टीम दबाव में होती तो उनका जुझारू जज्बा और भारत के लिये प्रदर्शन करने का उत्साह हमेशा अलग रहा।