By रितिका कमठान | Feb 10, 2024
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में अवैध बनाए गए मदरसा को तोड़ने की कार्रवाई की गई थी, जिस दौरान हिंसा तेजी से भड़क उठी थी। इस घटना में छह दंगाइयों की मौत हो गई है। वहीं हिंसा में कई 100 से अधिक पुलिसकर्मी भी घायल हुए है। वहीं घटना के बाद हालात पर काबू पाने के लिए क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया था।
पूरे क्षेत्र में कर्फ्यू दो दिनों तक लगा रहा। वहीं शनिवार 10 फरवरी की सुबह हल्द्वानी शहर से कर्फ्यू हटाए जाने की सूचना है। इस संबंध में नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू हटाने की भी पूरी तैयारी है। मगर कर्फ्यू बनफूलपूर में अगले आदेश तक लगा रहेगा। इसके साथ ही दंगा करने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने की भी पूरी तैयारी है। दंगा करने वालों के खिलाफ देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए है। वहीं पुलिस ने अब तक इस घटना में जिम्मेदार चार लोगों को गिरफ्तार भी किया है। वहीं दंगा करने वाले अन्य लोगों की पहचान करने के लिए फुटेज खंगाले जा रहे है।
हल्द्वानी में नगर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि घटना में दंगा करने वाले छह लोगों की मौत हुई है। इस घटना में एक पत्रकार समेत सात लोग घायल हुए है। इन घायलों का अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। घायलों में तीन की हालत नाजुक बताई जा रही है। अस्पतालों में भर्ती कराए गए लगभग 60 लोग घायल थे, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेजा गया।
ये था मामला
अधिकारियों द्वारा सरकारी जमीन पर बने मदरसे को गिराए जाने के बाद स्थानीय निवासियों ने पुलिस पर पथराव किया और वाहनों को आग लगा दी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) प्रह्लाद मीणा के अनुसार, मदरसे को ढहाए जाने से पहले निवासियों को सूचना दी गई थी। मीणा ने कहा कि मदरसे के आसपास रहने वाले लोगों ने पुलिस कर्मियों और पत्रकारों पर पथराव किया, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में भी आग लगा दी। एसएसपी ने कहा कि मदरसा ‘‘अतिक्रमण की गई सरकारी जमीन’’ पर बनाया गया था। उन्होंने बताया कि नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा की मौजूदगी में तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई।