By अभिनय आकाश | Aug 07, 2023
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने सोमवार को चौथे दिन वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद वाले परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण किया, ताकि यह पता लगाया जा सके कि मस्जिद एक मंदिर के ऊपर बनाई गई थी या नहीं। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि यह मान लेना गलत है कि हर दिन कोई नई खोज होगी। जैन ने संवाददाताओं से कहा कि सर्वे शाम 5 बजे तक चलेगा। यह एक वैज्ञानिक सर्वेक्षण है, जो अधिवक्ता आयोग के सर्वेक्षण से अलग है। यह सोचना गलत है कि हर दिन कुछ नया खोजा जाएगा क्योंकि संरचना और वास्तुकला का विस्तृत वैज्ञानिक अध्ययन हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जब एएसआई रिपोर्ट आएगी तब हमें निष्कर्ष पता चलेगा। एएसआई की रिपोर्ट में सबकुछ आ जाएगा। सील किए गए क्षेत्र को छोड़कर पूरे परिसर का सर्वेक्षण किया जा रहा है। मामले में पांच हिंदू वादी में से एक मंजू व्यास ने अदालत के आदेश पर चल रहे सर्वेक्षण पर संतुष्टि व्यक्त की और कहा कि एएसआई टीम अपना काम अच्छी तरह से कर रही है। मुस्लिम पक्ष ने पहले चेतावनी दी थी कि अगर यह अफवाह फैलाई गई कि हिंदू धार्मिक प्रतीक और वस्तुएं मिली हैं तो वे पूरी प्रक्रिया का बहिष्कार करेंगे।
ज्ञानवापी मस्जिद का प्रबंधन करने वाली अंजुमन इंतजामिया मस्जिद के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन ने रविवार को आरोप लगाया कि मीडिया के एक वर्ग ने शनिवार को अफवाहें फैलाईं कि उस दिन 'तहखाना' (तहखाने) के सर्वेक्षण के दौरान, मूर्तियां, 'त्रिशूल' और 'कलश' मिले। उन्होंने कहा कि अगर ऐसे कृत्यों पर काबू नहीं पाया गया तो मुस्लिम पक्ष एक बार फिर सर्वेक्षण कार्य का बहिष्कार करेगा। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ज्ञानवापी मस्जिद के एएसआई सर्वेक्षण पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, मुस्लिम पक्ष का कहना है कि यह अतीत के घावों को फिर से हरा देगा।