पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्मारक बनाएगी सरकार, बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने PM मोदी का जताया आभार

By अंकित सिंह | Jan 07, 2025

भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय प्रणब मुखर्जी का स्मारक बनाने के लिए "राष्ट्रीय स्मृति" परिसर (राजघाट परिसर का एक हिस्सा) के भीतर एक निर्दिष्ट स्थल को चिह्नित करने को मंजूरी दे दी है। लेखिका और पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट कर कहा कि बाबा के लिए स्मारक बनाने के उनकी सरकार के फैसले के लिए तहे दिल से धन्यवाद और आभार व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मुलाकात की। 

 

इसे भी पढ़ें: मुझे फिर CM आवास से निकाला गया... आतिशी ने केंद्र की मोदी सरकार पर लगाया आरोप, PWD का इनकार


शर्मिष्ठा मुखर्जी ने आगे लिखा कि यह इस बात को ध्यान में रखते हुए अधिक मूल्यवान है कि हमने इसके लिए नहीं कहा था। प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित लेकिन वास्तव में दयालु भाव से बहुत प्रभावित हुई। उन्होंने कहा कि बाबा कहते थे कि राजकीय सम्मान माँगना नहीं चाहिए, देना चाहिए। मैं बहुत आभारी हूं कि पीएम मोदी ने बाबाओं की स्मृति का सम्मान करने के लिए ऐसा किया। इसका बाबा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता जहां वह अब सराहना या आलोचना से परे हैं। लेकिन उनकी बेटी के लिए मेरी खुशी व्यक्त करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं हैं। 


इससे पहले शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस की ‘दुखद स्थिति’ पर पार्टी के भीतर गंभीर आत्मनिरीक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए आरोप लगाया था कि देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल का ‘पतन’ हो चुका है। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अफसोस जताया कि पार्टी की मौजूदा स्थिति और शीर्ष नेताओं के बीच विचारधारा की कमी के कारण कई पुराने कांग्रेस कार्यकर्ता आज अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। शर्मिष्ठा ने यह सवाल भी उठाया कि उनके पिता के निधन के बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की कोई बैठक क्यों नहीं बुलाई गई और कोई प्रस्ताव क्यों नहीं पारित किया गया? 

 

इसे भी पढ़ें: ट्रंप की शपथ से पहले America के NSA ने भारत का आकर क्या कहा ऐसा, PM मोदी बोल उठे- वैश्विक भलाई के लाभ के लिए...


शर्मिष्ठा ने कहा कि उन्हें बुरा लगा जब उनके पिता के निधन के बाद सीडब्ल्यूसी की कोई बैठक नहीं बुलाई गई। सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई है। उन्होंने सवाल किया, ‘‘कांग्रेस को इसके लिए जवाब देना होगा। मैं केवल तथ्य बता सकती हूं। लेकिन मैं बस इतना जोड़ना चाहती हूं कि मुझे नहीं पता कि यह जानबूझकर किया गया या ये सरासर लापरवाही थी। इतनी पुरानी पार्टी में क्या परंपराएं हैं?’’

प्रमुख खबरें

आपको कितने बंगले चाहिए? शीश महल विवाद के बीच वीरेंद्र सचदेवा का आतिशी से सवाल

महाराष्ट्र के बीड में एक पुलिसकर्मी ने की खुदकुशी

नीरजा माधव को राष्ट्रीय मैथिली शरण गुप्त सम्मान

Bollywood Wrap Up | Aashiqui-3 से Triptii Dimri को दिखाया गया बाहर का रास्ता, बड़ी वजह आयी सामने