शिमला। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के साथ शिमला में इस मौसम की पहली बर्फबारी का आनंद लिया। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री के साथ राजभवन परिसर का दौरा किया। इस दौरान शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, कृषि मंत्री डाॅ. रामलाल मारकण्डा, स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. राजीव सैजल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, नगर निगम शिमला महापौर सत्या कौंडल व अन्य भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने बर्फबारी के सम्बन्ध में राज्यपाल के साथ अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने किसानों और बागवानों के लिए बर्फबारी की उपयोगिता से भी अवगत करवाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि बर्फबारी गर्मियों के दौरान शिमला क्षेत्र में होने वाली पानी की कमी से निपटने में भी सहायक होती है। उन्होंने कहा कि भारी बर्फबारी से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और स्थानीय लोगों को हिमपात से होने वाली कठिनाइयों से राहत प्रदान करने के लिए सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं के प्रबंधन के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है।
राजधानी शिमला का न्यूनतम तापमान विंटर सीजन में पहली बार माइनस में पहुंच गया है। हिमाचल के मैदानी जिलों में जारी झमाझम बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज हुई है।लगातार हो रही भारी बर्फबारी के कारण ऊपरी शिमला का राजधानी से संपर्क कट गया है। सड़कों पर बर्फ जमने के कारण शिमला शहर में भी यातायात पूरी तरह बंद हो गया। ऊपरी शिमला के लिए बीते शनिवार से ही बसों की आवाजाही पूरी तरह ठप पड़ी हुई है।कई क्षेत्रों में पानी की सप्लाई भी प्रभावित हुई है। राजधानी शिमला में इस सीजन की यह पहली भारी बर्फबारी है। बर्फबारी के कारण समूचा जिला शीतलहर की चपेट में है। बिजली और पानी की लाइनें टूटने से संकट गहरा गया है। शिमला रामपुर नेशनल हाइवे समेत जिला के 36 मुख्य मार्ग और 300 के करीब संपर्क मार्गों पर सुबह से ही यातायात ठप पड़ा हुआ है।