By विजयेन्दर शर्मा | Oct 12, 2021
धर्मशाला । करोना संकटकाल में किसान-बागवान,बेरोज़गार-मजदूर,टैक्सी ड्राइवर-ऑपरेटर, होटल व्यवसायी,छोटा व्यापारी,मध्यमवर्ग-छात्र सभी बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं।इन सभी वर्गों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।यहां तक कि निजी बस ऑपरेटर,निजी स्कूलों की बसों के दो साल खड़ा रहने की वजह से आर्थिक रूप में नुकसान उठाना पड़ा है।कांग्रेस पार्टी प्रदेश सरकार से बार बार इन सभी पीड़ित वर्गों को विशेष आर्थिक सहायता और पैकेज देने का आग्रह करती आई है लेकिन सरकार ने अभी तक कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई है और सभी वर्गों की उपेक्षा की है।यह आरोप प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज मीडिया के माध्यम से हिमाचल सरकार पर लगाए।
उन्होंने कहा कि दो साल से खड़ी बसों का टैक्स सम्वन्धित विभाग मांग रहा है।जबकि हकीकत यह है कि दो साल बसें चली ही नहीं।ऐसी स्थिति में व्यवहारिक रूप से टैक्स मुआफी होनी चाहिए।होटल व्यवसायियों को बिजली बिलों के कमर्शियल रेट पर बिल अदा करने के आदेश प्राप्त हो रहे हैं।यही नहीं टेक्सी ऑपरेटरों से भी टेक्स बसूली की जा रही है।यह सब न्यायसंगत नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को इन सभी पीड़ित वर्गों के लिए विशेष राहत पैकेज देने की आवश्यकता काफी समय से महसूस की जा रही है।सभी पीड़ित वर्ग इसकी मांग भी निरन्तर करता आ रहा है लेकिन सरकार सभी व्यवहारिक मांगों की अनदेखी करती आ रही है।दीपक शर्मा ने कहा कि एक ओर महंगाई से सभी वर्गों का जीना दूभर हो गया है।दूसरी ओर सरकार किसी भी वर्ग की जायज़ मांगों को हल करने के लिए तैयार नहीं है।
दीपक शर्मा ने कहा कि बर्तमान भाजपा सरकार में न केवल अनुभव की कमी नज़र आती है बल्कि राजनैतिक इच्छा शक्ति की भी भारी कमी नज़र आई है।सरकार ने ज्वलन्त जनसमस्याओं के निराकरण के प्रति कभी भी गम्भीरता नहीं दिखाई।कांग्रेस नेता ने कहा कि इन सभी ज्वलन्त जनसमस्याओं से जनता का ध्यान हटाने के लिए सरकार गैरज़रूरी एवम जनभावनाएं भड़काने वाले मुद्दों को हवा दे रही है ताकि जनता में भाजपा सरकार के प्रति व्याप्त रोष से बचा जा सके।दीपक शर्मा ने कहा कि सरकार को व्यवहारिक दृष्टिकोण अपना कर राजनीति से ऊपर उठ कर प्रदेश की भलाई एवम जनभावनाओं एवम जनसमस्याओं के प्रति गम्भीरता दिखानी चाहिए।उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकार का रवैया दुर्भाग्यपूर्ण है।