प्रख्यात वकील एवं स्वराज अभियान नेता प्रशांत भूषण ने नरेन्द्र मोदी सरकार के दो साल के कार्यकाल को ‘‘विचार एवं बहस की संस्कृति के खिलाफ’’ बताया। उन्होंने कहा कि मोदी ने अभी तक लोकपाल नियुक्त नहीं किया है तथा भंडाफोड़ करने वाले कानून को अक्षम कर दिया है।
भूषण ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘‘क्या जश्न मनाने के लिए कुछ है? विचार एवं बहस के खिलाफ ऐसा शासन पहले कभी नहीं था: मोदी के दो साल।’’