By अंकित सिंह | Mar 27, 2025
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि हुर्रियत से जुड़े दो और समूहों ने अलगाववाद को त्याग दिया है। शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी समूह तहरीकी इस्तेकलाल और तहरीक-ए-इस्तिकामत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा निर्मित नए भारत में अपना भरोसा जताया है। गृह मंत्री ने एक्स पर घोषणा करते हुए कहा कि, “अलगाववाद अपनी अंतिम सांसें ले रहा है और एकता की जीत पूरे कश्मीर में गूंज रही है।”
उनके पोस्ट में कहा गया है, "हुर्रियत से जुड़े दो और समूहों, अर्थात् जेएंडके तहरीकी इस्तेकलाल और जेएंडके तहरीक-ए-इस्तिकामत ने अलगाववाद को त्याग दिया है और पीएम नरेंद्र मोदी जी द्वारा निर्मित नए भारत में अपना विश्वास जताया है।" शाह ने मंगलवार को भी इसी तरह की घोषणा की थी, जिसमें कहा गया था कि हुर्रियत से जुड़े दो समूहों ने अलगाववाद से अपने सभी संबंध तोड़ लिए हैं। ये समूह जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और डेमोक्रेटिक पॉलिटिकल मूवमेंट थे।
शाह ने अपने पोस्ट में कहा था, "मैं भारत की एकता को मजबूत करने की दिशा में इस कदम का स्वागत करता हूं और ऐसे सभी समूहों से आग्रह करता हूं कि वे आगे आएं और अलगाववाद को हमेशा के लिए खत्म कर दें। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित, शांतिपूर्ण और एकीकृत भारत के निर्माण के सपने की एक बड़ी जीत है।" जेकेपीएम का नेतृत्व शाहिद सलीम कर रहे हैं, जबकि जेकेडीपीएम का नेतृत्व वकील शफी रेशी कर रहे हैं। सलीम ने एक बयान में कहा कि उन्होंने खुद को और अपने संगठन को अलगाववादी विचारधारा से अलग कर लिया है और भारत और संविधान के प्रति निष्ठा का संकल्प लिया है।
सलीम ने यहां स्थानीय प्रेस को दिए एक बयान में कहा, ‘‘मैं भारत का एक वफादार नागरिक हूं, और मेरा संगठन तथा मैं, दोनों भारत के संविधान के प्रति निष्ठा रखते हैं।’’ सलीम और रेशी के फैसलों का स्वागत करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने कहा कि यह कदम भारत की एकता को मजबूत करेगा और नरेन्द्र मोदी सरकार की एकीकरण नीतियों ने जम्मू-कश्मीर से अलगाववाद को ‘खत्म’ कर दिया है।