पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार को उनके निजी आवास में निधन हो गया। वह 63 वर्ष के थे। पर्रिकर के परिवार में दो पुत्र और उनका परिवार है। पर्रिकर चार बार राज्य के मुख्यमंत्री रहे। राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री का निधन रविवार शाम छह बजकर चालीस मिनट पर हुआ। पिछले एक साल से बीमार चल रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता का स्वास्थ्य दो दिन पहले बहुत बिगड़ गया था। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया है, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन की सूचना पाकर शोकाकुल हूं। उन्होंने कहा कि पर्रिकर बेहद साहस और सम्मान के साथ अपनी बीमारी से लड़े। उन्होंने लिखा है कि सार्वजनिक जीवन में वह ईमानदारी और समर्पण के मिसाल हैं और गोवा और भारत की जनता के लिए उनके काम को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। सूत्रों ने बताया कि पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर शनिवार देर रात से ही जीवनरक्षक प्रणाली पर थे। पर्रिकर फरवरी 2018 से ही बीमार चल रहे थे।
इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी थी कि पर्रिकर की हालत बेहद नाजुक है और वह डॉक्टरों की देखरेख में हैं। 63 साल के पर्रिकर अग्नाशय की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और यहां पास में डोना पौला में स्थित अपने निजी आवास में रह रहे थे। सीएमओ ने आज शाम ट्वीट किया था, ''मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की सेहत की हालत बेहद नाजुक है। डॉक्टर अपनी भरपूर कोशिश कर रहे हैं।’’ पूर्व रक्षा मंत्री की सेहत पिछले दो दिन में काफी खराब हो गई है।
इससे पहले, पर्रिकर के संबंधी तथा सरकार के वरिष्ठ अधिकारी और राजनीतिक नेता रविवार शाम को उनके आवास डोना पौला पहुंचने शुरू हो गए थे। मुख्यमंत्री के निजी आवास पर सबसे पहले पहुंचने वालों में राज्य के पुलिस महानिदेशक प्रणब नंदा हैं। उनके घर के आसपास पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई है। पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर के स्वास्थ्य में पिछले एक साल से उतार-चढ़ाव होता रहा है। बीते दो दिन से उनकी हालत बेहद खराब हो गई थी।