By अभिनय आकाश | Jul 29, 2024
इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी इन दिनों चीन दौरे पर हैं। उनका ये दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब चीन और इटली के बीच तनाव बढ़ रहा था। ऐसे में मेलोनी ने चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ एक बड़ी बैठक की है। इस दौरान उन्होंने चीन के साथ तीन साल के एक्सन प्लान पर दस्तखत किए हैं। मेलोनी ने बताया कि इटली और चीन के बीच जिस को-ऑपरेशन ऑफ मेमोरेंडम पर साइन हुआ उसमें इलेक्ट्रिक मोबलिटी और रियूबल जैसे इंड्रस्ट्रियल सेक्टर शामिल हैं। वहीं चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ बैठक में मेलोनी ने कहा कि हमें बहुत काम करना है और मुझे विश्वास है कि ये काम न सिर्फ वैश्विक स्तर पर बल्कि बहुपक्षीय स्तर पर भी काफी महत्वपूर्ण है। मेलोनी ने आगे कहा कि ये हमारे साझा हितों को दिखाता है। वहीं चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग ने कहा कि इटली और चीन को विन-विन मेंटैलिटी अपनानी चाहिए।
वैश्विक स्तर पर साबित होगा उपयोगी
मेलोनी ने चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के साथ बैठक की शुरुआत के अवसर पर कहा कि हमें निश्चित रूप से बहुत काम करना है और मुझे विश्वास है कि यह काम वैश्विक स्तर पर इस जटिल दौर में उपयोगी हो सकता है और बहुपक्षीय स्तर पर भी महत्वपूर्ण हो सकता है। मेलोनी अपने पांच दिवसीय दौरे के दौरान चीनी नेताओं से दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने और यूक्रेन में युद्ध को खत्म करने जैसे मुद्दों को लेकर बात कर सकती हैं।
2019 से बीआरआई से जुड़ा था इटली
इटली चीन की बेल्ट एवं रोड परियोजना (बीआरआई) से साल 2019 में जुड़ा था और ऐसा करने वाला जी7 समूह का एकमात्र देश था। इस परियोजना से जुड़ने के बाद अमेरिका और पश्चिमी देशों ने इटली की आलोचना की थी और कहा था कि चीन उसे इस परियोजना के जरिए कर्ज के जाल में फंसाना चाहता है। मेलोनी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद दिसंबर 2023 में इटली के बीआरआई से अलग होने का फैसला किया था।
औद्योगिक सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर
मेलोनी के साथ बैठक के बाद ली कियांग ने इतालवी और चीनी व्यापार जगत के कारोबारियों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी अर्थव्यवस्था को उन्नत करने के लिए चीन के प्रयास से उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की मांग बढ़ेगी, जिससे दोनों देशों की कंपनियों के बीच सहयोग के अवसर बढ़ेंगे। मेलोनी ने कारोबारियों को बताया कि दोनों पक्षों ने एक औद्योगिक सहयोग ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग शामिल हैं।