मुंबई। दिवालिया कंपनी आईएल एंड एफएस समूह ने गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक सिटी (गिफ्ट) में अपनी पूरी वाणिज्यिक रीयल एस्टेट संपत्ति बिक्री के लिये पेश की है। सूत्रों के अनुसार इससे कंपनी को करीब 480 करोड़ रुपये मिल सकते हैं। सोमवार को एक सार्वजनिक नोटिस में आईएल एंड एफएस ने कहा कि उसने अपने दो टावर गिफ्ट वन और गिफ्ट टू को बिक्री के लिये रखा है। इसमें विकास योग्य क्षेत्र 6 लाख वर्ग फुट है। कंपनी ने निवेशकों से रूचि पत्र आमंत्रित किए हैं। ये दोनों इमारतें 28-28 मंजिला हैं और इसका निर्माण विशेष उद्देश्यीय कंपनी साबरमती कैपिटल वन और साबरमती कैपिटल टू ने किया। ये दोनों इकाइयां आईएल एंड एफएस अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर की अनुषंगी हैं।
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उद्योग विशेषज्ञों के अनुसार इस सौदे से कंपनी को करीब 480 करेड़ रुपये मिल सकते हैं। संपत्ति के बारे में परामर्श देने वाली सीबीआरई इस बिक्री के मामले में सलाह दे रही है। मूल कंपनी आईएल एंड एफएस पर बैंकों तथा वित्तीय संस्थानों का करीब 1,000 अरब रुपया बकाया है और उसने पिछले सितंबर से कर्ज लौटाने में चूक की।
सरकार ने कंपनी के निदेशक मंडल को हटाकर उसकी जगह नया बोर्ड गठित किया। उसके बाद कंपनी को पिछले साल अक्टूबर में दिवाला न्यायाधिकरण के पास भेजा गया। गिफ्ट सिटी आई एल एंड एफएस तथा सार्वजनिक क्षेत्र की गुजरात अरबन डेवलपमेंट कंपनी की संयुक्त उद्यम है। दोनों की इसमें 50:50 हिस्सेदारी है।