By एकता | Jul 27, 2023
प्यार के गलियारों में 'घोस्टिंग' और 'गैसलाइटिंग' शब्द आजकल बड़े ट्रेंड में चल रहे हैं। ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स का इस्तेमाल करने वाले लोग इन दो शब्दों से भली भाँति वाकिफ होंगे। अनजान लोगों को हम पहले घोस्टिंग और गैसलाइटिंग का मतलब बता देते हैं। घोस्टिंग शब्द का इस्तेमाल उस परिस्थिति में किया जाता है जब एक व्यक्ति अपने पार्टनर को बिना कोई वार्निंग दिए या बताए उनसे सारे संपर्क तोड़ देता है। वहीं एक व्यक्ति द्वारा अपने पार्टनर को उनकी सोच, यादों, सच्चाई, ख्यालों पर सवाल करने को मजबूर कर देने की प्रक्रिया को गैसलाइटिंग कहते हैं। इन दोनों शब्दों के अलावा बात करें तो आजकल एक नया शब्द 'घोस्टलाइटिंग' इन दिनों नया-नया चर्चा में आया है। चलिए इसके बारे में विस्तार से आपको बताते हैं-
घोस्टलाइटिंग, घोस्टिंग और गैसलाइटिंग को मिलाकर बना है। ये शब्द तब इस्तेमाल किया जाता है जब एक व्यक्ति अपने पार्टनर को घोस्ट कर देता है और फिर कुछ समय के बाद वापस उनकी जिंदगी में फिर से आ जाता है। आसान शब्दों में कहें तो पार्टनर को बिना बताए छोड़कर कुछ समय बाद वापस आकर उन्हें फिर से बेवकूफ बनाने की प्रक्रिया को घोस्टलाइटिंग कहते हैं। घोस्टलाइटिंग करने वाले लोग वापस अपने पार्टनर की जिंदगी में आते हैं और उन्हें अपने फैसलों के पीछे की वजह बताते हैं। ये लोग अपने पार्टनर को फिर से बेवकूफ बनाने के लिए आमतौर पर इमोशनल वजहों का सहारा लेते हैं।
घोस्टलाइटिंग से बचने के लिए सबसे पहले घोस्टलाइटर की पहचान करने की जरूरत है। घोस्टलाइटर वो व्यक्ति होता है जो अपने पार्टनर को बिना किसी वार्निंग के छोड़ देता है और फिर एक दिन वापस लौटने का फैसला करता है वो भी बिना माफी और स्पष्टीकरण दिए। अगर आप इस चीज पहचान कर लेते हैं तो खुद से सवाल करें कि क्या आप ऐसे व्यक्ति के साथ फिर से बातचीत शुरू करना चाहते हैं। अगर नहीं तो ये बात साफ-साफ उस व्यक्ति को बता दें। इस दौरान एक चीज जो ध्यान में रखने वाली है वो ये है कि घोस्टलाइटिंग करने वाले व्यक्ति से ईमानदार प्रतिक्रिया मिलने की संभावना कम होती है। इसलिए इसकी उम्मीद नहीं करेंगे तो आपके लिए बेहतर होगा।