By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 24, 2019
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि गहलोत को जनता ने जिस प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया है, वो वहाँ के जनहित के मुद्दों पर बात नहीं करते और दिल्ली के अपने आलाकमान को खुश करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बेवजह की टिप्पणी करते रहते है। पूनिया ने कहा कि सोशल मीडिया पर युवा देश से जुड़ी अपनी भावनाओं को अभिव्यक्त करते है। उन्हें अशोक गहलोत बार-बार अपमानित करते है। देश का संविधान हर किसी को अपनी राय रखने का अधिकार देता है। मुख्यमंत्री चाहते है कि सब लोग उनकी भाषा बोले, लेकिन देशहित के हर मुद्दे पर दुश्मन की भाषा बोलने वाली कांग्रेस और उसके नेताओं का रास्ता देश के करोड़ों युवाओं को स्वीकार नहीं है और जब वो ऐसे मुद्दों पर कांग्रेस के रूख का विरोध करते है तो कांग्रेस को परेशानी होती है।
पूनियां ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने साढ़े पाँच वर्ष के कार्यकाल में दुनियांभर में भारत का नाम बढ़ाया है। उनकी नेतृत्व क्षमता और लोकप्रियता के कारण ही दुनियां के हर देश में हजारों लोग उनको सुनने एवं देखने के लिए आते है। मोदी ने भारत के हित से जुड़े हर मुद्दे पर दुनियां का समर्थन हासिल किया है। आज दुनियां का हर ताकतवर देश भारत के साथ खड़ा है तो इसके पीछे मोदी की नेतृत्व क्षमता ही है, जिससे हर भारतीय की तरह गौरवान्वित होने के बजाय कांग्रेस के नेता बौखलाहट में उलूल-जूलूल बयानबाजी कर रहे है।
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पूनिया ने कहा कि प्रदेश में प्रशासनिक रूप से पूरी तरह फेल हो चुके मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अनर्गल बयानबाजी कर दिल्ली में बैठे एक परिवार को खुश करने की कोशिश करते रहते है। राजस्थान के लोग आज कानून व्यवस्था की बदहाली से डरे हुए है, प्रदेश के थानों पर गोलियां चल रही है, कलेक्टर-एस.पी. पर गोलियां चल रही है, बजरी माफिया सरकार के संरक्षण में पूरी तरह बेखौफ है, बैंक लूटे जा रहे है। चोरी, डकैती, लूट, बलात्कार जैसे संगीन अपराध बेतहाशा बढ़ रहे है। कांग्रेस द्वारा कर्जमाफी की चुनावी घोषणा से ठगे गये किसान आज आत्महत्या कर रहे है, बेरोजगारी का इंतजार करता प्रदेश का नौजवान आज निराश है, विकास के काम ठप्प है, नई भर्तियाँ निकल नहीं रही है। सरकार के दो पाॅवर सेन्टर आपस की लड़ाई में उलझे है। मुख्यमंत्री जी का सारा समय अपनी कुर्सी बचाने के लिए दिल्ली दरबार में गुजरता है। मुख्यमंत्री का प्राथमिक काम अपने प्रदेश के लोगों को सुशासन देना है। लेकिन अपनी इस जिम्मेदारी से पूरी तरह बेपरवाह गहलोत प्रधानमंत्री पर अनर्गल बयानबाजी कर रहे है।