By अंकित सिंह | Jun 01, 2023
राजस्थान में इस साल विधानसभा के चुनाव होने है। इन सब के बीच राजस्थान में गहलोत सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने की बात कही है। हालांकि, इसको लेकर राज्य में राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्षी भाजपा ने साफ तौर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अजमेर में रैली के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दबाव में थे इसलिए उन्होंने यह घोषणा की है। माना जा रहा है कि कर्नाटक में मिली सफलता से उत्साहित कांग्रेस ने राजस्थान में यह दांव खेला है।
100 यूनिट मुफ्त बिजली देने की घोषणा पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि कल पीएम मोदी की रैली और भाषण के साथ इतना दबाव था कि अशोक गहलोत को अपनी पुरानी घोषणाओं में से एक को नए रूप में फिर से घोषित करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह घोषणा उनके द्वारा बजट सत्र के दौरान की गई थी। इसके साथ ही भाजपा नेता ने सवाल किया कि क्या उनके पास अचानक 'ब्रह्म ज्ञान' था 'रात में? उन्होंने स्वीकार किया कि 'मेंहगाई राहत शिविर' के बाद उन्हें यह विचार आया था।
गहलोत ने कहा कि महंगाई राहत शिविरों के अवलोकन व जनता से बात करने पर फीडबैक आया कि बिजली बिलों में मिलने वाली स्लैबवार छूट में थोड़ा बदलाव किया जाए। जनता से फीडबैक मिला जिसके आधार पर बड़ा फैसला किया है। उन्होंने कहा कि 100 यूनिट प्रतिमाह तक बिजली उपभोग वालों का बिजली बिल शून्य होगा। गहलोत ने कहा कि 100 यूनिट प्रतिमाह से ज्यादा उपभोग करने वाले वर्ग के परिवारों को भी पहले 100 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी यानी कितना भी बिल क्यों ना आए, पहले 100 यूनिट का कोई भी विद्युत शुल्क नहीं देना होगा।