टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज विराट कोहली कुछ दिनों से आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं। विराट इतनी कंसिस्टेंसी से रन बना चुके हैं कि अगर कुछ मैचों में उनके बल्ले से शतक नहीं निकलता है तो ऐसी बाते होने लगती हैं कि वह अच्छी फॉर्म में नहीं हैं। टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने इसको लेकर लोगों की सोच बदलने की बात कही है। उन्होंने कहा कि, डेब्यू के समय की तरह विराट में अभी भी रनों की उतनी भूख है और ऐसे में हर एक पारी के बाद उनका आकलन करना सही बात नहीं है।
कोहली ने पिछली आठ पारियों में सिर्फ एक अर्धशतक लगाया। न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार से शुरू हो रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले उनका फॉर्म में लौटना जरूरी है। क्योंकि इसके बाद भारतीय क्रिकेट टीम को नवंबर में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है, जहां पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जानी है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले विराट की फॉर्म में वापसी बहुत अहम है।
गंभीर ने आगे कहा कि, विराट कोहली को लेकर मेरी सोच एकदम साफ है कि वह वर्ल्ड लेवल का क्रिकेटर है। उसने इतने साल से इतना अच्छा प्रदर्शन किया है। रनों को लेकर उसकी भूख वैसी ही है जैसी डेब्यू के समय थी। उन्होंने यही भूख उसे वर्ल्ड लेवल क्रिकेटर बनाती है। मुझे यकीन है कि वह इस सीरीज और ऑस्ट्रेलिया में भी रन बनाएगा। गंभीर ने कहा कि किसी खिलाड़ी का आकलन एक खराब मैच या सीरीज के आधार पर नहीं किया जाना चाहिए।