इंदौर। मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे कोरोना का संक्रमण और वरिष्ठ अधिकारियों का दबाव बढ़ रहा है, पुलिस-प्रशासन के अधिकारी अपना आपा खोते जा रहे हैं। ऐसी ही एक घटना इंदौर जिले के देपालपुर में हुई, जहां तहसीलदार ने कर्फ्यू तोड़ने वालों को मेंढक बनाया, उनका जुलूस निकाला और उन्हें लातें भी मारी। तहसीलदार की इस हरकत का वीडियो वायरल होने पर उसका विरोध शुरू हो गया है। वहीं, कांग्रेस ने तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई न होने पर उसका मुंह काला करने की चेतावनी दी है।
इंदौर जिला प्रशासन सभी जगह कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है। लेकिन देपालपुर इलाके के चमन चौराहे की घटना ने उनकी कार्यशैली पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। तहसीलदार बजरंग बहादुर का वीडियो वायरल होने के बाद लोग अफसरों की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। वीडियो में तहसीलदार बजरंग बहादुर चमन चौराहा पर कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों को रोकते हैं। उन्हें मेंढ़क कूद करके आधा किलोमीटर चलने के लिए कहा जाता है। बाकायदा बैंड-बाजे के साथ उनका जुलूस निकाला जाता है। जब लोग मेंढ़क कूद करके चलते हैं तो तहसीलदार उन्हें लात मारते हैं। जो भी बीच में खड़ा होता है वह उसे दौड़-दौड़ कर लात मारते हैं। इस दौरान उनके साथ पुलिसकर्मी और अन्य कर्मचारी भी मौजूद हैं। वही जनता को लात मारते हुए तहसीलदार का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस विधायक विशाल पटेल ने इसकी निंदा की है। सोशल मीडिया पर एक मैसेज भी वायरल किया है, जिसमें लिखा है, कि तहसीलदार बजरंग बहादुर के खिलाफ यदि कार्रवाई नहीं होती है तो कांग्रेस कार्यकर्ता तहसीलदार का मुंह काला करेंगे।