एप्पल के आईफोन को असेंबल करने वाली कंपनी फॉक्सकॉन ने वेतन के विवाद के लिए बृहस्पतिवार को माफी मांग ली। इस विवाद के कारण कंपनी की फैक्टरी में कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर दिया था। कर्मचारियों ने शिकायत की थी कि फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप ने मध्य झेंगझोऊ शहर में फैक्टरी बुलाने के लिए उन्हें दिए जाने वाले वेतन की शर्तों में बदलाव कर दिया है। कर्मचारियों ने फैक्टरी में असुरक्षित स्थितियां होने की शिकायतों को लेकर पिछले महीने काम पर आना बंद कर दिया था जिसके बाद फॉक्सकॉन कर्मचारियों को वापस बुलाने की कोशिश कर रहा है।
सोशल मीडिया पर आयी वीडियो में मंगलवार को शुरू हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस और कर्मचारियों के बीच झड़प देखी गयी। वहीं, फॉक्सकॉन ने नए कर्मचारियों को जोड़ने की प्रक्रिया में ‘‘तकनीकी खामी’’ को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि उन्हें वही वेतन दिया जाएगा जिसका उनसे वादा किया गया था। इस बीच, चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया गया है।
झेंगझोउ के आठ जिलों की कुल आबादी करीब 66 लाख है और वहां लोगों को बृहस्पतिवार से लेकर पांच दिन तक अपने-अपने घरों में रहने को कहा गया है। शहर की सरकार ने संक्रमण से निपटने की कार्रवाई के तहत वहां व्यापक स्तर पर जांच के आदेश दिए हैं। झेंगझोउ इन दिनों खबरों में बना हुआ है, जहां स्थित एप्पल के आईफोन के दुनिया के सबसे बड़े कारखाने में कर्मचारियों को कथित तौर पर पुलिस ने संविदा संबंधी विवाद के चलते पीटा और हिरासत में रखा।