होटल इंडस्ट्री की बदलने वाली है किस्मत, पैसा ही पैसा होगा? ICRA का दावा, 2025 में 7-9% राजस्व वृद्धि दर्ज करेगा भारतीय होटल उद्योग

By रेनू तिवारी | Feb 27, 2024

मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में सभी चीजों के साथ साथ जो सबसे ज्यादा ध्यान दिया है वह थी टूरिज्म इंडस्ट्री। इस क्षेत्र के आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी खुद पीएम मोदी ने ली और जगह जगह जाकर तस्वीरों के माध्यम से टूरिस्ट प्लेस और वहां के होटलों की किस्मत बदली। अब लगता है इसका असर देखने को मिलने वाला हैं। होटल इंडस्ट्री के लिए एक बड़ी खबर सामने आयी है। क्रेडिट रेटिंग फर्म ICRA की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय होटल उद्योग को अगले वित्तीय वर्ष 2024-25 में सात से नौ प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है। आईसीआरए ने कहा कि घरेलू अवकाश यात्रा का निर्वाह, बैठकों, प्रोत्साहनों, सम्मेलन और प्रदर्शनियों (एमआईसीई) की मांग ऐसे कारक हैं जो आगामी आम चुनावों के दौरान अस्थायी शांति के बावजूद अगले वित्तीय वर्ष में मांग को बढ़ाएंगे। शोध फर्म ने कहा कि अगले वित्तीय वर्ष में आध्यात्मिक पर्यटन और टियर 2 शहरों द्वारा समग्र मांग में सार्थक योगदान देने की उम्मीद है। आईसीआरए के अनुसार, चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में अखिल भारतीय होटल अधिभोग का अनुमान दशक के उच्चतम स्तर 70 प्रतिशत से 72 प्रतिशत तक पहुंच गया, जबकि 2022-23 में यह 68 प्रतिशत से 70 प्रतिशत था।

 

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भारतीय होटल उद्योग की होनवे वाली है बल्ले-बल्ले

भारतीय होटल उद्योग को अगले वित्त वर्ष (2024-25) में सात से नौ प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज करने की उम्मीद है। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। इक्रा ने कहा कि घरेलू अवकाश यात्रा का निर्वाह, बैठकों, प्रोत्साहनों, सम्मेलन और प्रदर्शनियों (एमआईसीई) की मांग ऐसे कारक हैं जो आगामी आम चुनावों के दौरान अस्थायी शांति के बावजूद अगले वित्त वर्ष में मांग को बढ़ाएंगे। 

 

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भारतीय होटल उद्योग वित्त वर्ष 2025 में 7-9% राजस्व वृद्धि दर्ज करेगा

शोध कंपनी ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में आध्यात्मिक पर्यटन और दूसरी श्रेणी के शहरों से समग्र मांग में सार्थक योगदान मिल सकता है। इक्रा के अनुसार, चालू वित्त वर्ष और अगले वित्त वर्ष में अखिल भारतीय होटल अधिभोग का अनुमान दशक के उच्चतम स्तर 70 प्रतिशत से 72 प्रतिशत तक पहुंच गया, जबकि 2022-23 में यह 68 प्रतिशत से 70 प्रतिशत था। चालू वित्त वर्ष में देशभर में कमरों का औसत शुल्क (एआरआर) 7,200 से 7,400 रुपये रह सकता है, जिसके अगले वित्त वर्ष में बढ़कर 7,800 से 8,000 होने की संभावना है। रिपोर्ट के अनुसार, क्रेडिट रेटिंग में सुधार के साथ इक्रा का भारतीय होटल उद्योग के लिए दृष्टिकोण सकारात्मक है।



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