By अंकित सिंह | Aug 23, 2021
हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के दो बार के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह पंचतत्व में विलीन हो गए। बेटे राजवीर ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान सभी की आंखें नम रही। कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार बुलंदशहर के नरौरा गांव में हुआ। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुआ। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पूर्व मंत्री उमा भारती, राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री यानी कि केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा मौजूद थे। अंतिम समय तक कल्याण सिंह के आखिरी दर्शन के लिए हजारों लोगों की भीड़ लगी रही।
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य नेताओं ने लखनऊ में सिंह को श्रद्धांजलि दी। कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार थे और छह दिसंबर 1992 को अयोध्या स्थित विवादित ढांचा गिराये जाने के वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इस घटना के बाद सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सिंह को पिछली चार जुलाई को संक्रमण तथा स्वास्थ्य संबंधी कुछ अन्य समस्याएं होने पर एसजीपीजीआई के गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती कराया गया था। उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था और शनिवार रात उनका निधन हो गया। पिछले साल सितंबर में भाजपा के दिग्गजों लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ वह विध्वंस के मामले में बरी किए गए जिसमें उनके समेत 32 अन्य लोगों पर ढांचा ध्वंस का आरोप था। उन्होंने 1990 के दशक में उत्तर प्रदेश में भाजपा को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।