By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 25, 2019
नयी दिल्ली। सेवानिवृत्त 71 सिविल सेवकों के एक समूह ने शहीद आईपीएस अधिकारी हेमंत करकरे के बारे में भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा दिए गए बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है और उनकी उम्मीदवारी वापस लेने की मांग की है। पूर्व अधिकारियों ने ठाकुर की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की है। ठाकुर ने कहा था कि करकरे उनकी ‘शाप’ की वजह से मर गया।
इसे भी पढ़ें: नरसिंह यादव का निलंबन ‘क्रूर और अनुचित’ कदम है: संजय निरूपम
पूर्व अधिकारियों ने एक खुला पत्र लिखा है और कहा है कि प्रज्ञा ने न केवल राजनीतिक मंच का इस्तेमाल ‘कट्टरता बढ़ाने के लिए किया’, बल्कि करकरे की यादों का ’अपमान’ करने के लिए भी किया। करकरे मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के दौरान शहीद हो गए थे।
इसे भी पढ़ें: गैर कांग्रेस, गैर भाजपा मोर्चा के लिए प्रयास तेज करने की योजना बना रहे हैं केसीआर
मालेगांव विस्फोट मामले की आरोपी प्रज्ञा अभी मेडिकल आधार पर जमानत पर चल रही हैं। इस पत्र पर पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक जुलियो रिबेरियो, पूणे के पूर्व पुलिस आयुक्त मीरन बोरवानकर और प्रसार भारती के पूर्व कार्यकारी अधिकारी जवाहर सरकार के भी हस्ताक्षर हैं।